Lok Sabha Election 2024: हंसराज हंस ने बाबा फरीद में माथा टेक शुरू किया चुनाव अभियान, हमेशा नंगे पैर रहने का लिया प्रण
Lok Sabha Election 2024 फरीदकोट से भाजापा सांसद हंसराज हंस ने आज से चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है। उन्होंने कहा कि बाबा फरीद में माथा टेक कर यहां से वे अपने राजनीति का सफर शुरू कर रहे हैं। आज का दिन उनकी जिंदगी सबसे खूबसूरत दिन है। क्योंकि बाबा फरीद जी की गुलामी किसी भी बादशाही से बेहतर है।
जतिंदर कुमार, फरीदकोट। Punjab Lok Sabha Election 2024: फरीदकोट संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस (Hansraj Hans) द्वारा गुरुवार को स्थानीय टिल्ला बाबा फरीद में माथा टेक कर अपनी चुनावी कैंपेन शुरू की। इसके पश्चात उनके द्वारा शहर में रोड शो निकाला जाएगा। टिल्ला बाबा फरीद में माथा टेकने के दौरान उन्होंने बहुत ही भावुकता भरा बयान दिया और कहा कि मैं बाबा फरीद की नगर में हमेशा नंगे पैर रहने का प्रण लेता हूं।
बाबा फरीद जी की गुलामी किसी बादशाही से बेहतर है
इस दौरान बात करते हुए हंसराज हंस ने कहा कि बाबा फरीद में माथा टेक कर यहां से वे अपने राजनीति का सफर शुरू कर रहे हैं। आज का दिन उनकी जिंदगी सबसे खूबसूरत दिन है। क्योंकि बाबा फरीद जी की गुलामी किसी भी बादशाही से बेहतर है। यहां का नौकर लगना भी किसी राजा से बेहतर है। उन्हाेंने कहा कि सियासत से ऊपर उठ कर कुछ अच्छे भाग्य में लिखा था जो यहां माथा टेका।
अब वे प्रण लेते हैं कि इस शहर में नंगे पैर रहा करूंगा। जब उनसे फरीदकोट संसदीय क्षेत्र में किसी तरह लोगों का समर्थन की उम्मीद है के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे सेवा करने आए हैं। उन्होंने अपने गायकी भरे अंदाज में कहा कि दो लाईनें हैं कि, 'दो तार सारंगियां दी नाले मैं तेरी नौकर नाले तेरेयां संगियां दी'। इसी तरह जब बाबा फरीद का नौकर बन गया हूं तो उनकी नगरी में रहने वाले लोगों का भी सेवक बन गया हूं।
मेरा जन्म मोहब्बत के लिए हुए है
जब उनसे पूछा गया कि उनके मुकाबले में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी करमजीत अनमोल भी गायक हैं और कांग्रेस की ओर से निवर्तमान सांसद मोहम्मद सदीक भी गायक हैं जो उम्मीदवार भी हो सकते हैं तो किसी तरह का मुकाबला हो सकता है। उनका जवाब था कि, 'मेरी सबके लिए दुआएं हैं, मेरा जन्म मोहब्बत के लिए हुआ है किसी तरह के मुकाबले या नफरत के लिए नहीं हुआ है।'
किसानों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'किसानों को पता है कि पहले आंदोलन में मैं बैलेंसड रहा हूं इस बार भी बैलेंसड रहा हूं। सिंघु और टिकरी बॉर्डर सभी मेरे हल्के में थे, चाहे मुझे किसान झिड़कें मारते थे परन्तु मैं लंगर लेकर चला जाता था।' उन्होंने कहा कि पंजाबियों की एक आदत है कि जो कोई उनके पास स्वयं चल कर आ जाता है तो वो उसे सब कुछ दे देते हैं परन्तु यदि कोई अकड़ करे तो फिर उसका अभिमान तोड़ देते हैं।
मैं सदैव बना रहूं नौकर
इस दौरान हंसराज हंस ने भावुकता भरे शब्दों में कहा कि फरीदकोट की हाजरी भरी है इसलिए सभी मेरे लिए अरदास करें कि मैं कभी सियासत दान नहीं बल्कि यहां का नौकर बना रहूं। उन्होंने बाबा फरीद जी के श्लोक काले मैंडे कपड़े, काले मेरा वेष भी गाया।
दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा भाजपा प्रत्याशियों का विरोध किए जाने का कार्यक्रम दिए जाने के चलते किसान संगठनों के सदस्य एकजुट हो चुके हैं। इसके लिए वे एक जगह एकत्रित हैं और रोड शो के दौरान हंसराज हंस को काले झंडे दिखाएंगे।
यह भी पढ़ें- Punjab Crime News: बब्बर खालसा के पूर्व आतंकी को गोलियों से भूना, इस गैंगस्टर ने ली हत्या की जिम्मेदारी