Lok Sabha Election 2024: अभिनेता विनोद खन्ना की पत्नी कविता की SAD से बढ़ी नजदीकियां, क्या गुरदासपुर से मिलेगा टिकट?
Lok Sabha Election 2024 बॉलीवुड अभिनेता विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना की शिअद से नजदीकियां बढ़ती दिखाई दे रही है। पहले आप में उनका टिकट पक्का माना जा रहा था लेकिन बुधवार को उनके शिअद नेताओं के साथ एक कार्यक्रम में दिखने पर कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद वह शिअद की प्रत्याशी हो सकती हैं। शिअद को भी इस सीट से बड़े चेहरे की तलाश है।
जितेंद्र शर्मा, पठानकोट। Lok Sabha Election 2024: गुरदासपुर लोकसभा सीट से चार बार भाजपा के सांसद रहे विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना (Kavita Khanna) शिरोमणि अकाली दल (SAD)के साथ नजदीकियां बढ़ाने लगी हैं।
कविता भाजपा से टिकट चाह रही थीं, लेकिन पार्टी ने यहां से सुजानपुर से तीन बार विधायक रहे दिनेश सिंह बब्बू को प्रत्याशी घोषित कर दिया। टिकट न मिलने के बाद कविता पूरी तरह से आक्रामक हैं और चुनाव लड़ने का मन बना चुकी हैं।
पहले आप से मिलने जा रहा था टिकट
पहले आप में उनका टिकट पक्का माना जा रहा था, लेकिन बुधवार को उनके शिअद नेताओं के साथ एक कार्यक्रम में दिखने पर कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद वह शिअद की प्रत्याशी हो सकती हैं। शिअद को भी इस सीट से बड़े चेहरे की तलाश है। गठबंधन के चलते ढाई दशक से इस सीट पर भाजपा ही चुनाव लड़ रही थी।
गठबंधन न होने के कारण पहली बार शिअद यहां से चुनाव लडेगा। वर्ष 2017 में खन्ना के निधन के बाद हुए उपचुनाव में भी कविता खन्ना को भाजपा से टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे थे। लंबी खींचतान के बाद पार्टी ने स्वर्ण सलारिया को मैदान में उतारा था। हालांकि, वह कांग्रेस के कद्दावर नेता सुनील जाखड़ से चुनाव हार गए थे।
2019 के लोकसभा चुनाव में भी कविता मांग रही थी टिकट
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कविता टिकट मांग रही थी, लेकिन भाजपा ने यहां अभिनेका सनी देओल को मैदान में उतारा था। पार्टी का यह निर्णय सही साबित हुआ और वह चुनाव जीत गए थे। इस बार पार्टी ने दिनेश बब्बू को टिकट देकर अभिनेता नहीं नेता पर दांव खेला है।
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सलारिया ने भी की चुनाव लड़ने की घोषणा
वहीं, वीरवार को स्वर्ण सिंह सलारिया ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है। सलारिया ने पत्रकार सम्मेलन कर संकेत दिया है कि वे गुरदासपुर से किसी भी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे और जीत हासिल करेंगे। हालांकि, सलारिया ने यह बात स्पष्ट नहीं की है कि वे किसी पार्टी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उन्होंने यह बात साफ की है कि वे एक सप्ताह के भीतर इसकी घोषणा करेंगे। ऐसे में गुरदासपुर संसदीय हलका का चुनाव इस बार रोचक होता दिख रहा है।
विनोद खन्ना ने तोड़ा था कांग्रेस का गढ़
अभिनेता से नेता बने विनोद खन्ना ने गुरदासपुर सीट जीतकर कांग्रेस का तोड़ा था। इससे पहले कांग्रेस की सुखबंस कौर भिंडर यहां से लगातार पांच बार सांसद रहीं। भाजपा ने वर्ष 1998 में विनोद खन्ना को उनके मुकाबले चुनाव मैदान में उतारा। खन्ना ने भी हाईकमान की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए सीट जीत कर भाजपा की झोली में डाली। इसके बाद विनोद खन्ना यहां से चार बार सांसद बने।
वर्ष 1999 में दूसरी बार और केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्य मंत्री भी बने। वह 2004 में लगातार तीसरी बार गुरदासपुर से सांसद बने। इसके बाद 2009 में कांग्रेस ने प्रताप सिंह बाजवा को मैदान में उतारा।
चुनाव के शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि प्रताप सिंह बाजवा भारी मतों से जीत हासिल करेंगे, लेकिन विनोद खन्ना ने उन्हें कड़ी टक्कर दी और महज लगभग नौ हजार वोट से हारे। वर्ष 2014 में बाजवा और खन्ना एक बार फिर आमने-सामने हुए, जिसमें खन्ना ने बाजवा को हराकर अपना हिसाब बराबर कर लिया।