जमीन घोटाले में अकाली नेताओं से बंद कमरे में पांच घंटे पूछताछ
होशियारपुर में कथित जमीन घोटाले के मामले में सोमवार को कुछ अकाली नेताओं से पूछताछ की गई।
होशियारपुर {हजारी लाल}। फोरलेन बनाने के लिए सिंगड़ीवाला से लेकर लाजवंती पुल तक बाईपास के लिए जमीन अधिग्रहीत करने में करोड़ों के घोटाले को लेकर विजिलेंस टीम ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार को पहली बार विजिलेंस टीम ने बेहद ही गुप्त तरीके से होशियारपुर पहुंची। वैसे तो विजिलेंस ने करोड़ों रुपये के इस जमीन घोटाले में शामिल होने वाले तीस लोगों की लिस्ट तैयार की है, लेकिन शुरुआती दौर में अकाली नेताओं मार्केटकमेटी के चेयरमैन अवतार सिंह जौहल, अकाली पार्षद हरिंपदर सिंह लाडी, सतविंदर पाल सिंह ढट्ट से ही पूछताछ शुरू की है।
सोमवार को विजिलेंस टीम ने बंद कमरे में लगभग पांच घंटे तक इन तीनों लोगों से गहन पूछताछ की। तमाम रिकॉर्ड भी मुहैया करवाने की बात कही है। एक-एक पहलू पर कड़ी जांच की जा रही है। जल्द ही सूची में शामिल और भी लोगों से पूछताछ होगी। सबसे ज्यादा परेशान हैं, वह महिलाएं, जिनके नाम पर जमीन खरीदी गई है, क्योंकि उन्हें विजिलेंस टीम का सामना करना पड़ेगा।
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मुख्यमंत्री ने दिए थे जांच के आदेश
लगभग 200 करोड़ रुपये के इस घोटाले के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मामले की विजिलेंस से जांच करवाने के आदेश दिए थे। एसडीएम आनंद सागर शर्मा को यहां से हटा दिया गया है। इसके अलावा तहसीलदार बलजिंदर सिंह व नायब तहसीलदार मंजीत सिंह का तबादला चंडीगढ़ कर दिया गया है।
पर्दे के पीछे खेल खेलने वालों की नींद उड़ी
विजिलेंस अधिकारी अपनी जांच को बेहद ही गोपनीय रखे हैं। हालांकि यह साफ हो चुका है कि इस घोटाले में कुछ लोगों ने अपने नजदीकियों के नाम से जमीन खरीद कर मोटी रकम डकारी है। इसमें कुछ राजनीतिज्ञ, व्यवसायी और अधिकारी भी शामिल हैं। विजिलेंस की जांच शुरू होने से इनके होश उड़ गए हैं। कुल मिलाकर इस बहुचर्चित घोटाले में करोड़ों का वारा-न्यारा करने वाले बचने के लिए तरह-तरह की चाल चलने की कवायद में जुट गए हैं।
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