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अस्‍पताल में महिला को चढ़ा ' भूत', चिकित्साकर्मियों ने बुलाया तांत्रिक

जालंधर सिविल अस्पताल में जब एक महिला ने हंगामा मचाया तो किसी ने वहां तांत्रिक बुला दिया। इसके बाद भी महिला काबू नहीं आ पाई। अंततः उसे इंजेक्शन देकर सुलाया गया।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Sun, 10 Jul 2016 06:20 PM (IST)
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जेएनएन, जालंधर। सिविल अस्पताल में इलाज करा रही एक गर्भवती महिला ने शुक्रवार देर रात करीब एक बजे हंगामा मचाया तो अस्पताल प्रशासन भी सकते में आ गया। महिला ने स्टाफ के साथ मारपीट की और डॉक्टरों को भी मारने का प्रयास किया। उसके तेवर देख कर सिक्योरिटी गार्ड भी डर गए।

स्टाफ का मानना था कि महिला पर किसी प्रेत का साया है। कुछ लोगों ने अंधविश्वास के चलते तांत्रिक को बुला लिया। जैसे ही तांत्रिक ने उसे रोकने की कोशिश वह इधर-उधर भागने लगी। हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि चार लोगों से भी महिला संभाली नहीं जा रही थी। महिला बार-बार अपने ऊपर कोई साया आने की बात कह रही थी। हंगामे के दौरान अस्पताल का सारा स्टाफ इकट्ठा हो गया, लेकिन महिला को काबू नहीं कर पाया। महिला ने महिला स्टाफ को भी थप्पड़ मारे। डॉक्टर उसे रोकने आए तो उन पर भी झपट पड़ी।

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इमरजेंसी में मौजूद मरीज भी डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। कुछ ही देर में सारा हॉल खाली हो गया था। हद तो उस समय हो गई जब वह जच्चा-बच्चा वार्ड की तरफ भाग निकली और चिल्लाने लगी कि वह सारे बच्चों को मार देगी। यह सुनते ही सिक्योरिटी गार्डस ने महिला को पकड़ कर रस्सियों से बांध दिया। करीब ढाई बजे उसे नींद का इंजेक्शन देकर सुला दिया गया।

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एसएमओ बोलीं, मनोचिकित्सक को बुलाया था

गायनी वार्ड की एसएमओ डॉ. सुनीता कपूर का कहना था कि अस्पताल में हंगामा करने वाली महिला पिछले कुछ दिनों से उपचाराधीन है। शुक्रवार रात को उसे दौरा पड़ा था तो वह बेकाबू हो गई थी। स्टाफ से साथ हाथापाई नहीं हुई है, मामूली धक्कामुक्की ही हुई। अस्पताल में किसी तांत्रिक को नहीं बुलाया गया बल्कि मनोचिकित्सक बुलाकर उसे इंजेक्शन देकर शांत किया गया।

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