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हर काम को मजे के साथ दिल से करता हूं : आमिर खान

बालीवुड स्‍टार आमिर खान ने कहा कि वह हर काम मजे के लिए दिल से करते हैं। किसी काम को मस्‍ती से पूरी तरह खाेकर करने का आनंद ही कुछ और होता है। यही आनंद वह गीता व बबीता की कहानी पर फिल्‍म बनाते समय महसूस कर रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Tue, 15 Sep 2015 10:29 AM (IST)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। बालीवुड स्टार आमिर खान ने कहा कि वह हर काम मजे के लिए दिल से करते हैं। किसी काम को मस्ती से पूरी तरह खाेकर करने का आनंद ही कुछ और होता है। यही काम वह हरियाणा के भिवानी की पहलवान बहनों गीता और बबीता बलाली की कहानी पर फिल्म बनाने के दौरान महसूस कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'दंगल' फिल्म के लिए मुझे 25 से 30 किलो वजन बढ़ाना पड़ा। इस फिल्म में मेरा किरदार 25 से 30 वर्ष की उम्र, फिर 40 से 45 और 55 से 60 वर्ष की उम्र का है। इसीलिए फिल्म की शुरुआत में ही मैंने तेजी से अपना वजन बढ़ाया। फिल्म बनने के बाद वजन कम करने में मुझे पांच और महीने लगेंगे।

मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। आमिर ने कहा, 'दंगल' फिल्म हरियाणा के पहलवान महावीर व उनकी दो पहलवान बेटियों गीता-बबीता की कहानी पर आधारित है। दस साल पहले अपनी फिल्म रंग दे बंसती के लिए भी वह पंजाब आए थे, तब उन्हें यहां बहुत ही अच्छा अनुभव हुआ। यहां के लोग बड़े दिल वाले हैं। मैं जब भी पंजाब आया हूं, यहां बहुत मोहब्बत मिली है।

पत्नी किरण के साथ आमिर खान।

आमिर ने कहा कि वह अपनी फिल्म के लिए हमेशा सुलझे हुए डायरेक्टर का चयन करते हैं। इसके लिए फिल्म की कहानी कमाल की होनी जरूरी है। 'दंगल' फिल्म की कहानी भी ऐसी ही है। इसे पढ़कर कभी खूब हंसता हूं और कभी बहुत रोता हूं। गीता, बबीता और उनके पिता के संघर्ष की कहानी दिल को छूने के साथ प्रेरणा भी देती है।

उन्होंने 'दंगल' फिल्म में पहलवानी यानी कुश्ती पर आधारित तो है लेकिन इसमें मानवीय पहलू पर सबसे अध्ािक जोर है। पहलवानों के लिए एक सोच बनी हुई है कि वे शरीर के हटे-कटे तो होते हैं, मगर दिमाग के मोटे होते है, जबकि ऐसा हर्गिज नहीं है। पहलवान का दिमाग बहुत तेज होता है और वे बहुत फुर्तीले होते हैं।

आमिर का एक अंदाज।

आमिर ने कहा कि पंजाबी लोग दिल के नरम, भावुक व प्यार देने वाले होते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी फिल्म करने के बाद उसके किरदार से बाहर निकलने में उन्हें दो-तीन महीने लग जाते हैं। गजनी का किरदार निभाने के बाद उन्हें खुद से डर लगने लग गया था। पीके फिल्म पर आमिर खान ने कहा कि हरेक इंसान में विभिन्न कमजोरियां व ताकत होती है। भगवान के अलावा कोई संपूर्ण नहीं है।

मिस्टर परफेक्शनिस्ट एक और अंदाज।

उन्हाेंने कहा कि दंगल फिल्म के रिलीज होने के बाद युवाओं का कुश्ती के प्रति रुझान बढ़ेगा। इस फिल्म को देखने के बाद मां-बाप अपनी बेटियों को भी पहलवानी सीखने के लिए प्रेरित करेंगे। इस फिल्म की शूटिंग 22 सितंबर को शुरू हो रही है, जिसके लिए लुधियाना के आलमगीर, किला रायपुर, गांव गुज्जरवाल के अलावा पूणे (महाराष्ट्र) व दिल्ली की लोकेशन चुनी गई हैं।

फिल्म में आमिर खान महावीर की भूमिका में रहेंगे। साक्षी तंवर उनकी धर्मपत्नी की भूमिका में नजर आएंगी। फिल्म के डायरेक्टर नरेश तिवारी ने बताया कि 'दंगल' फिल्म समाज के लिए एक अच्छा संदेश लेकर आएगी। हमारे समाज में अभी भी लोगों में बेटे की चाह बेटियों से ज्यादा है। इसके लिए वे बेटियों को कोख में ही मार डालते हैं। लोगों को इस मानसिकता से बाहर निकालना ही इस फिल्म का उद्देश्य है।

फिल्म की प्रोड्यूसर आमिर की पत्नी किरण राव खान ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में हीरोइन को हीरो के बराबर रकम मिलनी चाहिए। क्योंकि वह भी बराबर का काम करती है। उनकी बात पर आमिर ने कहा कि वह अपनी फिल्म के लिए पहले वेतन नहीं लेते। फिल्म रिलीज होने के बाद मेहनताना लेते हैं।

इस दौरान आमिर व उनकी पत्नी के बीच भी सवाल -जवाब हुए।

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