Punjab Crime News: बब्बर खालसा के पूर्व आतंकी को गोलियों से भूना, इस गैंगस्टर ने ली हत्या की जिम्मेदारी
Gangster Ratandeep Singh Murder पंजाब के नवांशहर में बब्बर खालसा के पूर्व आतंकी रत्नदीप सिंह (Ratandeep Singh) की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। रत्नदीप के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर प्रशासन पर हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं गैंगस्टर गोपी ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए पूरे बब्बर खालसा ग्रुप को भी चेतावनी दी है। रत्नदीप को वर्ष 2014 में हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
जागरण संवाददाता, नवांशहर। बलाचौर में गांव गढ़ी के पास हत्या की घटना सामने आई है। मृतक की पहचान रत्नदीप सिंह (Gangster Ratandeep Singh Murder) के रूप में हुई। रत्नदीप बब्बर खालसा टाइगर फोर्स का सदस्य था। वह पांच वर्ष पहले ही नाभा जेल से छूट कर आया था और करनाल में रह रहा था।
गैंगस्टर गोपी ने ली मर्डर की जिम्मेदारी
रत्नदीप सिंह के दोस्तों की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर सरकार पर इल्जाम लगाए जा रहे हैं कि उसकी हत्या सरकार की ओर से की गई है। वहीं नवांशहर के गैंगस्टर गोपी नवांशहरिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर लिखा है कि रत्नदीप सिंह की हत्या उसने करवाई है।
गोपी ने पोस्ट में लिखा है कि इस हत्या की जिम्मेदारी वो लेता है। उसने कहा 'तुमने कई माओं के बेटे मरवाए और कई के साथ ठगी की है। इसलिए तुम्हें नरक में भेजा दिया। अब तुम्हारे साथियों की बारी है। उन्हें कहो की बच कर रहें। जब भी मिलेंगे नरक में भेज दिया जाएगा।'
कई ब्लास्ट में शामिल था रत्नदीप
गुरुवार को रत्नदीप सिंह का पोस्टमार्टम करवाया गया। रत्नदीप सिंह हरियाणा के करनाल का रहने वाला था। वहीं उसने हरियाणा व चंडीगढ़ में ब्लास्ट करवाए थे। रत्नदीप ने 1999 में चंडीगढ़ के पासपोर्ट ऑफिस में ब्लास्ट किया था। इसके बाद पानीपत में रेलवे ब्रिज को बम से उड़ा दिया था। रत्नदीप को वर्ष 2014 में हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
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रत्नदीप के ऊपर था लाखों का इनाम
वर्ष 2019 में वो जेल से बाहर आया। उसके ऊपर 10 लाख रूपये का इनाम रखा गया था। पुलिस ने गोपी नवांशहरिया व अन्य लोगों के खिलाफ धारा 302 व अन्य धाराओं के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कारवाई शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार रत्नदीप के 6 गोलियां मारी गई, जिनमें से पुलिस को चार के खोल मिल गई व दो के नही मिले हैं।
मामले की जांच में लगी पंजाब पुलिस
वारदात के समय रत्नदीप काले रंग की एमजी कार एचआर-05 बीजे 4505 में था। बताया जा रहा है कि रत्नदीप को चुनौती देकर गढ़ी के पास बुलाया गया था। शूटर वहां पर पहले ही मौजूद थे। रत्नदीप के कार से निकलते ही उस पर गोलियां चला दी गईं।
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पुलिस की ओर से रत्नदीप सिंह के भांजे से देर रात तक पूछताछ की गई। गुरुवार को भी पूछताछ की जा रही है। उसके भांजे को इस घटना के बाद एक भी खरोंच नही आई। पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है। एसपी डी डॉक्टर मुकेश कुमार का कहना है कि पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।