पिता से 10 लाख रुपये निकलवाने के लिए रचा अपने ही बेटे के अपहरण का ड्रामा
एक बाप ने अपने पिता से दस लाख रुपये एेंठने के लिए अपने ही बेटे के अपहरण का ड्रामा रच दिया। बाद में पुलिस जांच में उसे दोषी पाया गया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Thu, 16 Jun 2016 06:32 PM (IST)
जेएनएन, राजपुरा (पटियाला) । एक व्यक्ति ने अपने पिता से दस लाख रुपये लेने के लिए अपने ही बेटे के अपहरण का ड्रामा रच दिया। यह सच्चाई तब सामने आई जब पुलिस ने उसके द्वारा दर्ज मामले में पड़ताल की। आरोपी अपने पिता से बेटे के कथित अपहरणकर्ताओं को देने के लिए दस लाख रुपये एेंठना चाहता था।
नलास रोड पर स्थित गुरूनानक नगर निवासी रविंदर सिंह ने बुधवार देर रात पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई कि उसके 10 वर्षीय बच्चे दिलप्रीत सिंह का किसी अज्ञात व्यक्ति ने बुधवार सायं अपहरण कर दिया है। अपहरणकर्ता उसकी रिहाई के लिए 10 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे हैं। सूचना मिलते ही राजपुरा पुलिस एकदम सतर्क हो गई और पुलिस ने पूरे शहर में नाकाबंदी कर दी। मौके पर पहुंचे एसपी इंवेस्टीगेशन हरविंदर सिंह, एसपी मनजीत सिंह बराड़, सिटी थाना प्रभारी गुरजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और मामले की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि खुद उसी ने अपने एक साथी के सात अपने बेटे के अपहरण का ड्रामा रचा है। दरअसल, रविंदर सिंह के पिता रणबीर सिंह के फिक्स जमा खाते में 10 लाख रुपये थे। इन पर रविंदर की निगाह थी। रविंदर सिंह अपने दोस्त भूपिंदर सिंह के साथ अपने बेटे दिलप्रीत को रिमोट वाली कार दिलाने के बहाने ले गया। बेटे को उसने राजपुरा के सरहिंद रोड पर काका होटल के पीछे बने एक घर में जाकर बैठा दिया और खुद के मोबाइल से अपने घर बच्चे के अगवा होने का फोन करवाया। बताया कि अपहरणकर्ता बच्चे की रिहाई के लिए 10 लाख रुपये फिरोती की मांग कर रहा है। पुलिस ने मोबाइल पर आए नंबरों को ट्रेस करते हुए पाया कि जिस नंबर से फोन आया है वह रविंदर सिंह का ही नंबर है। पुलिस ने पूरे ड्रामे को बेनकाब करते हुए रविंदर सिंह और उसके साथी भूपिंदर सिंह को काबू कर उनके पास से केवल तीन घंटों में बच्चे को भी बरामद कर लिया। एसपी मनजीत बराड़ ने बताया कि दिलप्रीत सिंह को उसके दादा के हवाले कर दिया गया है।
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