राजस्थान में सांसद फंड में आधा भी खर्च नहीं
देश के 55 सांसदों ने हस्ताक्षरित पत्र देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सांसद निधि बढ़ाने की मांग की है। सांसद वर्तमान का पांच गुणा एमपी लेड फंड मांग रहे हैं।
By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Mon, 29 Aug 2016 05:40 AM (IST)
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। देश के 55 सांसदों ने हस्ताक्षरित पत्र देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सांसद निधि बढ़ाने की मांग की है। सांसद वर्तमान का पांच गुणा एमपी लेड फंड मांग रहे हैं। लेकिन राजस्थान के सांसदों की हकीकत यह है कि वर्तमान प्रति वर्ष मिल रहे पांच करोड़ का आधा ही जनता के कार्यों पर खर्च कर पा रहे हैं। राज्य के तीन सांसद तो ऐसे हैं जो 10 फीसदी भी फंड का उपयोग नहीं कर पा रहे। 50 फीसदी के कम खर्च वाले सांसद 11 हैं। लेकिन मांग हर साल 25 करोड़ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार राजस्थान में 25 सांसदों का 197 करोड़ रुपए सांसद निधि केन्द्र सरकार जारी कर चुकी है। लेकिन अब तक इसमें से 103 करोड़ रु. ही खर्च किए गए हैं। जबकि सांसदों ने सांसद निधि बढ़ाने को जरूरी बताया है। जयपुर सांसद रामचरण बोहरा अब तक सांसद निधि से सिर्फ एक करोड़ और 4 लाख रुपए ही खर्च कर पाए हैं जबकि केन्द्र से उन्हें 5 करोड़ रुपए की किस्त मिल चुकी है।जयपुर ग्रामीण सांसद और केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने पिछले दो सालों में कुल 57 लाख रुपए ही खर्च किए। जबकि केन्द्र से उन्हें पहली किस्त के रूप में 5 करोड़ रुपए जारी हो चुके हैं।अलवर सांसद चांदनाथ तो अब तक जारी किस्त से एक रुपया भी खर्च नहीं कर पाए हैं। जबकि केन्द्र सरकार उन्हें ढाई करोड़ रुपए की किस्त जारी कर चुकी है।
दौसा सांसद हरीश मीना को सांसद निधि से पांच करोड़ रुपए जारी हो चुके हैं लेकिन अब तक इन्होंने सिर्फ 45 लाख रुपए ही खर्च किए हैं। राजसमंद सांसद हरीओम सिंह ने साढ़े सात करोड़ रुपये में से 2 करोड़ रुपए खर्च किए। जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पांच करोड़ में से एक करोड़ 19 लाख रुपए खर्च किए। पाली सांसद पीपी चौधरी ने ढ़ाई करोड़ में से 11 लाख रुपए खर्चे। रामनारायण डूडी 10 करोड़ रुपए में से 5 करोड़ 21 लाख ही खर्च पाए हैं। नारायण लाल पचारिया ने 7.5 करोड़ में से 2.25 करोड़, विजय गोयल ने ढाई करोड़ में से 1.60 करोड़ रुपए और भूपेन्द्र यादव ने साढ़े 17 करोड़ में से सिर्फ 13 करोड़ 43 लाख रुपए खर्च किए हैं।
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