Rajasthan: गहलोत को उपराष्ट्रपति का जवाब- कृषक पुत्र का किसान प्रेम कुछ लोगों को रास क्यों नहीं आ रहा?
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि कृषक पुत्र का किसान प्रेम किसान के प्रति समर्पण कुछ लोगों को रास क्यों नहीं आ रहा है? उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है की कोई कितना भी प्रयास कर ले मुझे रोकने का लेकिन मैं किसानों के बीच आता रहूंगा यह मेरा मौलिक दायित्व है और कर्तव्य भी है।
जागरण संवाददाता,जोधपुर। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि कृषक पुत्र का किसान प्रेम, किसान के प्रति समर्पण कुछ लोगों को रास क्यों नहीं आ रहा है? उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है की कोई कितना भी प्रयास कर ले मुझे रोकने का लेकिन मैं किसानों के बीच आता रहूंगा यह मेरा मौलिक दायित्व है और कर्तव्य भी है। शनिवार को जोधपुर स्थित काजरी संस्थान में किसानों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेरी यात्राओं को लेकर अनर्गल बात करना मुझे अच्छा नहीं लगता। मैं आपको आश्वासन देता हूं, आपका कृषक पुत्र हर परिस्थिति में कर्तव्य पथ पर आपका काम के लिए सजग रूप से आगे बढ़ता रहेगा। चाहे कोई बयान बाजी करें इसमें किसी प्रकार के व्यवधान को हम मंजूर नहीं करेंगे।
उन्होंने मारवाड़ी में कहा थे चिंता मत करियों में कोई कित्ती भी टोका टाकी कर ले, बयानबाजी कर ले, हथकंडा अपना ले में आतो रहूंगो। थारो बेटो हर हद तक थार बीच आतो रेवेगो। जिन मैसेज मिलनो है मिल जासी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश में बदलाव किसान के बिना संभव नहीं है किसान अर्थव्यवस्था की रीड की हड्डी है।
किसान को बदलाव लाना है इसके लिए बदलना भी होगा। किसानों को कृषि के व्यवापार में आना होगा। किसान ने जिस दिन कृषि व्यापार को अपने कब्जे में ले लिया तो मान कर चलिए बहुत बड़ा बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मेरी पहचान कृषक पुत्र के माध्यम से करवाई। यह मेरे कंधे पर बहुत बड़ा भार डाला है। क्योंकि में किसान के आशीर्वाद से यहां पहुंचा हूं।
गहलोत ने कहा; उपराष्ट्रपति मेरे घर आएं स्वागत है, उनसे पारिवारिक रिश्ते है
उपराष्ट्रपति के बयान का जवाब देते हुए गहलोत ने कहा आप घर पर आइए, मुख्यमंत्री निवास पर आपका स्वागत करेंगे। पहले भी आपका स्वागत किया है, आगे भी स्वागत करेंगे। वे राष्ट्र के दूसरे नागरिक हैं । पहले शेखावत साहब और अ धनकड़ साहब राजस्थान से उपराष्ट्रपति बने हैं।
उनके प्रति मेरा हाईएस्ट रिगार्ड है। मेरे उनके परिवार के साथ 50 साल से संबंध रहे हैं,आप सब जानते हो,पूरा प्रदेश जानता है। मैंने जो कहा सोच समझ कर कहा ,जो मैंने कहा उसके मतलब क्या हैं वह भी समझ गए मैं भी समझ गया हूं,पब्लिक समझ गई है, इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं कहना।