Move to Jagran APP

Kota: 'मम्मी-पापा मुझसे नहीं हो रहा, ये आखिरी ऑप्शन है...', JEE की तैयार कर रही 18 साल की छात्रा ने की आत्महत्या

कोटा के एक कोचिंग सेंटर में JEE Mains की तैयारी कर रही 18 साल की छात्रा ने अपने ही कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। 31 जनवरी को छात्रा की परीक्षा थी जिससे एक दिन पहले उसने यह भायवह कदम उठा लिया। पुलिस को छात्रा के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें लिखा है कि मेरे पास दूसरा कोई ऑप्शन नहीं था।

By Jagran News Edited By: Shalini Kumari Published: Mon, 29 Jan 2024 01:59 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jan 2024 01:59 PM (IST)
जेईई की तैयारी कर रही छात्रा ने किया सुसाइड (प्रतीकात्मक तस्वीर)

ऑनलाइन डेस्क, कोटा (राजस्थान)। राजस्थान के कोटा में एक बार आईआईटी जेईई की तैयारी कर रही छात्रा ने खुदकुशी कर ली। दरअसल, 31 जनवरी को छात्रा की परीक्षा थी, जिससे एक दिन पहले उसने यह भयावह कदम उठा लिया।

loksabha election banner

पुलिस को छात्रा के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें लिखा है कि मेरे पास दूसरा कोई ऑप्शन नहीं था। इस नोट को देखकर लगता है कि छात्रा ने परीक्षा के दबाव में आकर खुदकुशी की है।

कमरे में ही लगाई फांसी

कोटा के एक कोचिंग सेंटर में JEE Mains की तैयारी कर रही 18 साल की छात्रा ने अपने ही कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। जानकारी के मुताबिक, छात्रा अपने कमरे में ही पढ़ाई करने के लिए गई थी, लेकिन फिर बाहर नहीं आई, तो आसपास के लोगों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया।

पांच दिन में दूसरी आत्महत्या

इससे पहले 24 जनवरी को भी एक छात्र ने पढ़ाई के दबाव में आकर आत्महत्या कर ली थी। दरअसल, NEET की तैयारी करने आए एक छात्र ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। वह छात्र यूपी के मुरादाबाद का रहने वाला था। इस छात्र ने भी परीक्षा के डर से आत्महत्या की थी। लगातार पढ़ाई और प्रेशर के कारण हो रही आत्महत्या ने प्रशासन और राज्य सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।  

पिछले साल 30 छात्रों ने किया सुसाइड

पिछले साल लगभग 30 छात्रों ने शिक्षा की नगरी कहे जाने वाले कोटा शहर में आत्महत्या की थी। इसके बाद प्रशासन ने कई ठोस कदम भी उठाए, लेकिन फिलहाल सब फीका पड़ रहा है। हालांकि, इस मामलों को देखने के बाद शिक्षा मंत्रालय ने फैसला किया है कि अब 16 साल से कम उम्र के बच्चे कोचिंग सेंटर में दाखिला नहीं ले सकते हैं। फिलहाल भी यदि कोई गैर-कानूनी तरीके से ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है।

यह भी पढ़ें: Udaipur News: 75 घंटे चले रेस्क्यू के बाद कुएं से निकाला गया बच्ची का शव, 3 दिन पहले 80 फीट गहरे कुएं में कूदी थी मां

जारी हुए हेल्पलाइन नंबर

देश में पहली बार 10 अक्टूबर 2022 को टेली मानस केंद्र की शुरुआत हुई थी। इसका एक टोल फ्री नंबर जारी हुआ- 14416। भारत के सभी राज्यों में टेलीमानस केंद्रों की स्थापना की गई है, ताकि लोगों को मानसिक समस्या का आसानी से निदान मिल सके। इसके अलावा, 9152987821 इस नंबर पर फोन कर के आप अपनी समस्या के लिए मदद मांग सकते हैं।  

यह भी पढ़ें: Rajasthan: पांच साल की बच्ची के साथ 60 वर्षीय बुजुर्ग ने किया घिनौना काम, आरोपी गिरफ्तार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.