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घर-घर विराजें विध्नहर्ता

रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं की घर-घर में स्थापना के साथ ही गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो गया। गणेश महोत्सव के मौके पर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ दिख रही है। सिद्धिविनायक में सुबह- सुबह गणपति की आरती हुई। 'महालड्डू' के साथ होगी गणेश पर्व की शुरुआत

By Edited By: Updated: Fri, 29 Aug 2014 01:49 PM (IST)

नई दिल्ली। रिद्धि-सिद्धि के दाता भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं की घर-घर में स्थापना के साथ ही गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो गया। गणेश महोत्सव के मौके पर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ दिख रही है। सिद्धिविनायक में सुबह-सुबह गणपति की आरती हुई। इस बीच गणेश चतुर्थी के पावन मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को पूरे राष्ट्र को बधाई दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर हम भगवान गणेश को नमन करते हैं। भगवान गणेश हमें अपना आशीर्वाद दें और हमें जीवन में शांति, खुशी तथा बुद्धि प्रदान करें।

'महालड्डू' के साथ होगी गणेश पर्व की शुरुआत

राजमुंदरी/आंधप्रदेश। हर कोई अपनी श्रद्धा भक्ति के अनुसार भगवान की पूजा और दस दिनों तक उनकी सेवा करने की तैयारियों में लगा हुआ है। आंध्रप्रदेश में इन तैयारियों के तहत भगवान के भोग के लिए 'महालड्डू' तैयार किए गए हैं। यहां की दो मिठाई दुकानों ने 7500 किलो और 500 किलो के दो 'महालड्डू' का निर्माण किया है। शुद्ध घी से बने इन महालड्डू को काजू और बादाम से सजाया गया है।

इन लड्डूओं को गणेश पर्व के लिए आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम और हैदराबाद के खैरताबाद भेजा जाएगा। एक मिठाई दुकान के प्रबंधक एस. वेंकटेश्वर राव उर्फ श्रीनू बाबू ने कहा कि 'श्री भक्तनजनेय स्वीट्स' ने विशाखापत्तनम में गाजुवाका के 'विशाखा युवा संघ पंडाल' के लिए 7500 किलो का एक लड्डू तैयार किया है, जिसे शुक्रवार सुबह भेजा जाएगा। इसके अलावा इस साल भी दुकान को 10 से 1200 किलो तक के वजन के 480 लड्डू बनाने के ऑर्डर भी मिले हैं।

उन्होंने बताया कि हमें यह ऑर्डर पूर्व और पश्चिमी गोदावरी जिलों, विशाखापत्तनम, हैदराबाद और तेलंगाना एवं आंध्रप्रदेश के अन्य हिस्सों से मिले हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी दुकान ने बड़े लड्डू बनाने में कई रिकॉर्ड बनाए हैं।

ट्रॉली पर सवार हुआ लड्डू

दूसरी ओर, 'सुरुचि स्वीट्स' के मालिक पी. मल्लिकार्जुन राव ने कहा कि 5000 किलो का लड्डू ट्रॉली की मदद से हैदराबाद ले जाया जा रहा है। इसे जिस पात्र में रखा गया है, उसका वजन अलग है। यह लड्डू हैदराबाद के खैरताबाद पहुंचकर 'गणेश उत्सव समिति को सौंप दिया जाएगा। खैरताबाद' में गणेशजी की 60 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है, जहां लाखों श्रद्धालु गणपति पूजा के लिए आते हैं। यहां आने वालों में महालड्डू को देखने का भी आकर्षण होता है। महालड्डू को शुक्रवार को गणेश स्थापना के तुरंत बाद भगवान गणेश के हाथों पर रखा जाएगा।

पिछले वर्ष खैरताबाद में 56 फीट की गणेश प्रतिमा बनाई गई थी जिनके लिए 4,200 किग्रा का महालड्डू बनाया गया था। मगर भारी बारिश की वजह से यह लड्डू खराब हो गया था, जिसे हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने अखाद्य घोषित कर दिया था।

अमृत संयोग में विराजेंगे गणेश

गणेश चतुर्थी पर शुक्रवार को इस बार 60 साल बाद उच्च के बुध में घर-घर भगवान गणेश विराजेंगे। इस मौके पर सुख-समृद्धिदायक हस्त नक्षत्र और मंगलकारी अमृत संयोग बनेगा। ज्योर्तिविदें के अनुसार इस दिन चतुर्थी तिथि सूर्योदय से लेकर रात 3.42 बजे तक रहेगी। दोपहर 1.30 बजे तक हस्त नक्षत्र और शाम 4.30 बजे तक शुभ योग रहेगा।

गणेश स्थापना के मुहूर्त

चर : सुबह 6.09 से 7.43 और शाम 5.47 से 6.41 बजे तक।

लाभ: सुबह 7.44 से 9.17 और रात 9.24 से 10.52 बजे तक।

अमृत : सुबह 9.18 से 10.51 बजे तक।

शुभ : दोपहर 12.25 से 7.59 बजे तक।

स्थिर लग्न..

वृश्चिक : दोपहर 11.52 बजे से 2.09 बजे तक।

कुम्भ : शाम 6 से 7.34 बजे तक।

वृषभ : रात 10.45 से 12.43 बजे तक।

पढ़े: राष्ट्रीय एकता का प्रतीक गणेशोत्सव

..जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति