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हेमकुंड साहिब तक पैदल मार्ग खोलने में सेना सफल

सेना ने हेमकुंड साहिब तक पैदल मार्ग खोलने में सफलता हासिल की है। पैदल मार्ग खुलने के साथ ही गुरुद्वारे की टीम भी हेमकुंड साहिब पहुंच चुकी है। सेना के जवान अब वापसी में ग्लेशियरों को काटकर पैदल मार्ग को चौड़ा एवं सुरक्षित बना रहे हैं। सिखों के तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुलने हैं। सिख रेजीमेंट व

By Edited By: Updated: Sat, 10 May 2014 04:31 PM (IST)
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गोपेश्वर(चमोली)। सेना ने हेमकुंड साहिब तक पैदल मार्ग खोलने में सफलता हासिल की है। पैदल मार्ग खुलने के साथ ही गुरुद्वारे की टीम भी हेमकुंड साहिब पहुंच चुकी है। सेना के जवान अब वापसी में ग्लेशियरों को काटकर पैदल मार्ग को चौड़ा एवं सुरक्षित बना रहे हैं।

सिखों के तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुलने हैं। सिख रेजीमेंट व इंजीनियरिंग कोर के जवान घांघरिया से हेमकुंड साहिब के बीच पांच किलोमीटर पैदल मार्ग की मरम्मत में जुटे थे। इस मार्ग में हिमखंडों से पैदल मार्ग जगह जगह क्षतिग्रस्त था। सेना के जवानों ने पैदल मार्ग की मरम्मत कर हिमखंडों को काटकर हेमकुंड तक का रास्ता सुचारु कर दिया है। सेना के जवानों के साथ साथ गुरुद्वारे की टीम भी हेमकुंड तक पहुंच गई है।

गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के स्वयं सेवकों ने हेमकुंड साहिब में शीतकाल के दौरान बर्फबारी से हुए नुकसान का अवलोकन किया है। हालांकि, अभी हेमकुंड साहिब में बर्फ जमी हुई है।

सेना के जवान अब हेमकुंड साहिब से वापस अटलाकोटी ग्लेशियर में हिमखंडों को हटाकर पैदल रास्ते को चौड़ा व सुरक्षित बना रहे हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक गोविंदघाट सेवा सिंह ने बताया कि पैदल मार्ग खुलने के बाद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के स्वयं सेवकों ने हेमकुंड साहिब में व्यवस्थाओं का जायजा लिया है। कहा कि यात्रा के लिए बेस कैंप गोविंदघाट को तैयार किया जा चुका है। वहीं, घांघरिया में भी गुरुद्वारे की व्यवस्थाएं सुसज्जित की जा रही हैं।