Move to Jagran APP

मान्यता है कि श्रीकृष्ण आज भी द्वारिका में रहते हैं और वैकुंठ में ध्यान करते हैं

कृष्ण का उज्जैन में पढ़ाई, हस्तिनापुर में निवास भक्तगण उन्हें गोकुल, मथुरा, वृंदावन, गिरिराज में खोजते हैं, लेकिन मान्यता है कि श्रीकृष्ण आज भी द्वारिका में रहते हैं और वैकुंठ ध्यान करते हैं।

By Preeti jhaEdited By: Updated: Wed, 08 Jun 2016 12:20 PM (IST)
Hero Image

हिंदू पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण का अवतार लिया। धरती पर वह आठवें अवतार के रूप में जन्मे थे। भगवान श्रीकृष्ण इस जन्म में कई जगह रहे। उनका जन्म मथुरा में हुआ और बचपन गोकुल, वृंदावन और मथुरा में बीता।

उज्जैन में जहां उनकी पढ़ाई हुई तो द्वारिका उनकी नगरी रही। हस्तिनापुर में वह निवास किया करते थे। भगवान श्रीकृष्ण को अपना आराध्य मानने वाले अमूमन भक्तगण उन्हें गोकुल, मथुरा, वृंदावन, गिरिराज में खोजते हैं, लेकिन मान्यता है कि श्रीकृष्ण आज भी द्वारिका में रहते हैं और वैकुंठ में ध्यान करते हैं।

स्कंदपुराण में द्वारिका का वर्णन विस्तार से मिलता है। कृष्ण के जीवन में काफी उथल-पुथल रही है। कंस ने बालक कृष्ण की हत्या करने के लिए पूतना राक्षसी को भेजा था। कृष्ण की माया के आगे पूतना बेबस रही। पूतना के अलावा कृष्ण ने शकटासुर, यमलार्जुन मोक्ष, कलिय-दमन, धेनुक, प्रलंब, अरिष्ट आदि राक्षसों का संहार किया था।

कृष्ण ने ही महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को जो उपदेश दिया वह गीता के नाम से प्रसिद्ध हुआ। वेदों का सार है उपनिषद और उपनिषदों के सार को गीता कहा गया है। ऋषि वेदव्यास महाभारत ग्रंथ के रचयिता थे। गीता महाभारत के भीष्मपर्व का हिस्सा है।

पढ़ें अपना दैनिक, साप्ताहिक, मासिक और वार्षिक राशिफल Daily Horoscope & Panchang एप पर. डाउनलोड करें