जानिए, ऐसे कार्यों के बारे में जो भूल कर भी नवरात्र में नहीं करने चाहिए
मां जगदंबा की आराधना का विशेष पर्व हैं नवरात्र। जो व्यक्ति नवरात्र के उपवास कर रहा है या मां दुर्गा का पूजन करता है, उसे ऐसे कार्यों से दूर रहना चाहिए।
मां जगदंबा की आराधना का विशेष पर्व हैं – नवरात्र। इस दौरान नियमों के पालन पर खास ध्यान देना चाहिए। उन कार्यों और गतिविधियों से दूर रहना चाहिए जो मां दुर्गा को अप्रसन्न कर सकते हैं। नवरात्रि पर देवी पूजन और नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व है।इन नौ दिनों में व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं। ऐसे में हम आपको ऐसे ही कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आपको व्रत के दौरान भूलकर भी नहीं करना चाहिए या यूं कहे कि नवरात्रि के व्रत में इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। मन, वचन और कर्म में पवित्रता को स्थान देना चाहिए। जानिए, ऐसे कार्यों के बारे में जो नवरात्र में नहीं करने चाहिए।
नवरात्र में किसी की निंदा, चुगली नहीं करनी चाहिए। किसी को अपशब्द नहीं कहने चाहिए और किसी के साथ विवाद नहीं करना चाहिए। इससे शरीर की सात्विक शक्ति का नाश होता है। खासतौर से जो व्यक्ति नवरात्र के उपवास कर रहा है या मां दुर्गा का पूजन करता है, उसे ऐसे कार्यों से दूर रहना चाहिए।
संभव हो तो इस दौरान छौंक नहीं लगाना चाहिए। छौंक से भोजन का स्वाद भले ही बढ़ जाता है लेकिन उसका तन और मन पर नकारात्मक असर होता है। इस दौरान सात्विक भोजन करना चाहिए और वह भी भूख से कम करें।
नौ दिन प्याज, लहसुन आदि का पूर्णतः त्याग करना चाहिए। तेज और तीखे मसाले, मांसाहार, मदिरा आदि तामसिक प्रकृति के पदार्थ माने जाते हैं। इनसे सदैव दूर रहना चाहिए।
नवरात्र में कैंची का उपयोग कम से कम करें। इस दौरान दाढ़ी या शरीर के बाल काटने का निषेध होता है। जो नवरात्र के उपवास करता है उसे इन नियमों का जरूर पालन करना चाहिए, क्योंकि जो भक्त नवरात्र में उपवास-पूजन आदि करता है, उसके शरीर के हर अंश में भगवती का वास होता है। अतः उसे बाल-नाखून आदि नहीं काटने चाहिए।
कलश स्थापना करने या अखंड दीप जलाने वालों को नौ दिनों तक अपना घर खाली नहीं छोड़ना चाहिए।
नवरात्र का व्रत करने वालों को पूजा के दौरान बेल्ट, चप्पल-जूते या फिर चमड़े की बनी चीजें नहीं पहननी चाहिए।
काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
व्रत में खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। एक घर में तीन शक्तियों की पूजा नहीं करनी चाहिए। किसी का दिल दुखाना सबसे बड़ी हिंसा मानी जाती है। महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान 7 दिन पूजन नहीं करना चाहिए।रोज सुबह मां दुर्गा की पूजा और शाम में दिया जरूर जलाएं ।