आचार्य श्री राम शर्मा
आज जब हम आपस में एकता के भाव की कमी देखते हैं तो श्री राम शर्मा जैसे लोगों की याद आती है जिनके एक कदम ने लाखों लोगों को जोडने का काम किया।
By Preeti jhaEdited By: Updated: Tue, 13 Sep 2016 12:14 PM (IST)
गायत्री मंत्र से दुनिया को एक धागे में पिरोने का साहसी कार्य करने वाले आचार्य श्री राम शर्मा ऐसे ही महापुरुष थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन मानव जाति के कल्याण के लिए न्यौछावर कर दिया। वे भारत के एक युगदृष्टा मनीषी थे जिन्होने अखिल भारतीय गायत्री परिवार की स्थापना की। आधुनिक और प्राचीन विज्ञान के साथ तालमेल बनाकर उन्हौंने विकास का रास्ता निकाला उनका व्यक्तित्व एक साधु, योगी दार्शनिक मनोवैश्रानिक ,सुधारक और अध्यात्म विज्ञानी का मिला जुला रूप था। श्री राम शर्मा का जन्म 20 सितंबर 1911 को उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद के आंवलखेडा ग्राम में हुआ था ।
1926 में पं मदन मोहन मालवीय ने 15 वर्ष की आयु में उन्हें गायत्री गायत्री मंत्र की दीक्षा दी थी। उनके द्वारा बनाया गया शांतिकुंज गायत्री परिवार अााज भी उनके दिखाए मार्ग पर चलता जा रहा है । 2 जून 1990 को उनका देहांत हो गया। आज जब हम आपस में एकता के भाव की कमी देखते हैं तो श्री राम शर्मा जैसे लोगों की याद आती है जिनके एक कदम ने लाखों लोगों को जोडने का काम किया।