अब भारतीय भाषा में एंड्रायड एप्स
फोन के मार्केट में भारत को भी खूब प्रसिद्धि मिली है। अब गूगल ने भी भारत को महत्व देते हुए यहां की क्षेत्रीय भाषाओं में नए एंड्रायड एप्स बनाने की योजना की है। इस सिलसिले में बेंगलूर में दो दिवसीय वर्कशॉप आयोजित की जा रही है जिसकी मेजबानी का दायित्व गूगल ने लिया है।
By Edited By: Updated: Thu, 20 Feb 2014 02:41 PM (IST)
नई दिल्ली। फोन के मार्केट में भारत को भी खूब प्रसिद्धि मिली है। अब गूगल ने भी भारत को महत्व देते हुए यहां की क्षेत्रीय भाषाओं में नए एंड्रायड एप्स बनाने की योजना की है। इस सिलसिले में बेंगलूर में दो दिवसीय वर्कशॉप आयोजित की जा रही है जिसकी मेजबानी का दायित्व गूगल ने लिया है। यह वर्कशॉप भारतीय भाषाओं में एंड्रायड एप्लीकेशन को बनाने व डिजाइन करने पर फोकस करेगा। 21 फरवरी व 22 फरवरी को होने वाले इस इवेंट में करीब 100 डेवलेपर्स हिस्सा लेंगे।
एंड्रायड फोन का बाजार इस वर्कशॉप का लक्ष्य क्षेत्रीय भाषाओं को आगे बढ़ाना व उन भारतीय इंटरनेट यूजर्स के लिए एप्लीकेशन विकसित करना है जो बस अपनी भाषा में काम कर सकते हैं। गूगल के मैनेजिंग डायरेक्टर राजन आनंदन का कहना है कि भारत में 300 मिलियन ऐसे इंटरनेट यूजर्स हैं जो अंग्रेजी भाषा का प्रयोग नहीं करते, इसलिए हम इंटरनेट पर क्षेत्रीय भाषा का विकास करेंगे जो हमारी भी वृद्धि में सहायक होगी। उन्होंने आगे कहा कि छोटे शहरों व गांवों में रहने वाले लोग इंटरनेट के महत्व को समझ इसमें काफी रुचि ले रहे हैं।
एंड्रायड के लिए बेहतरीन मैसेजिंग एप्प इस इवेंट के दौरान एप्स को बनाने में प्रयोग किए गए सभी तकनीकी विधि को गूगल कवर करेगा। इसके साथ ही गूगल इसके बिजनेस पक्ष को भी देखेगा।
हैकाथन नामक इस इवेंट से संगठन को भारतीय भाषा इंटरनेट के विकास में काफी सहायता मिलेगी।