Zomato हुआ हैक, 17 मिलियन यूजर्स का डाटा चोरी, फौरन बदलें अपना पासवर्ड
कंपनी के अनुसार, हैकर्स द्वारा यूजरनेम और पासवर्ड चोरी किये गए हैं। क्योंकि पासवर्ड एन्क्रिप्टेड थे, इसलिए उन तक पहुंचना इतना आसान नहीं था
नई दिल्ली (जेएनएन)। Zomato को गुरुवार को हैक कर लिया गया, जिससे 17 मिलियन यूजर्स के रिकॉर्ड बाहर आने की खबर सामने आयी है। कंपनी के फिलहाल तकरीबन 120 मिलियन यूजर्स हैं। इसमें से 17 मिलियन यूजर्स का डाटा चोरी हो गया है। कंपनी के अनुसार, हैकर्स द्वारा यूजरनेम और पासवर्ड चोरी किये गए हैं। क्योंकि पासवर्ड एन्क्रिप्टेड थे, इसलिए उन तक पहुंचना इतना आसान नहीं था। लेकिन फिर भी डाटा चोरी हुआ है तो यूजर्स के लिए यही सही रहेगा की वो सुरक्षा के नजरिये से अपने अकाउंट का पासवर्ड बदल लें। साथ ही अगर आप सामान पासवर्ड किसी और साईट पर भी प्रयोग कर रहे हैं तो उसे भी आप तुरंत बदल लें। इसी के साथ आपको बता दें, की सामान पासवर्ड को एक से अधिक साईट पर इस्तेमाल करना सुरक्षा के पहलु से भी सही नहीं है।
ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने बताया अटैक के बारे में:Zomato ने इस अटैक के बारे में एक ब्लॉग पोस्ट में बताया। कंपनी ने कहा कि सभी पेमेंट डाटा को चोरी हुए डाटा से अलग स्टोर किया गया है। और पेमेंट डाटा से सम्बंधित कोई भी जानकारी चोरी नहीं हुई है।
2015 में भी हुआ था हैक:
यह पहली बार नहीं है जब Zomato किसी हैकिंग अटैक का शिकार हुआ है। इससे पहले 2015 में कंपनी को वाइट हैट हैकर द्वारा हैक किया गया था। इसमें Zomato की कुछ डिटेल्स बाहर आई थी। हालांकि, इस बार रिपोर्ट के अनुसार चोरी किए गए यूजरनेम और पासवर्ड को ऑनलाइन बेच दिया गया है।
कंपनी ने उठाया ये कदम:
ब्लॉग में कंपनी ने यह साफ किया है की जिन यूजर्स का डाटा चोरी हुआ है उनके पासवर्ड बदल दिए गए हैं। और उन यूजर्स को एप और वेबसाइट से Log Out किया जा चुका है। अब यह देखा जा रहा है की इस हैकिंग के पीछे किसका हाथ था। खबरों की मानें तो ऐसा लग रहा है जैसे यह किसी कंपनी के एम्प्लोयी या किसी अंदर के आदमी का ही काम है।
सिक्योर है आपका अकाउंट:
कंपनी ने यह साफ किया है की यूजर्स के अकाउंट सुरक्षित कर लिए गए हैं। और पेमेंट से जुडी जानकारी भी अलग से सेव की गई है। लेकिन इस घटना से यह साफ होता है की हमारा कितना डाटा कंपनियों के पास मौजूद है। इसी के साथ अगर यह काम कंपनी के किसी कर्मचारी द्वारा ही किया गया है तो आगे के लिए यह सुनिश्चित करना भी जरुरी है की किस कर्मचारी को यूजर्स का डाटा दिखेगा और किसे नहीं।
कंपनी ने कहा की- आने वाले दिनों में हम अपने सिस्टम्स की सिक्योरिटी को और बेहतर बनाने पर काम करेंगे। यूजर्स की जानकारी को हम और ज्यादा सुरक्षा प्रदान करेंगे। इसी के साथ इस डाटा तक पहुंचने के लिए एक इंटरनल टीम भी बनाई जाएगी।
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