मोबाइल एप से आसानी से होगा आधार वैरिफिकेशन, परेशानी हुई खत्म
हर आधार-धारक ने सितंबर में कम से कम एक बार लाभ या अन्य सरकारी सेवाओं के लिए आधार आईडी का इस्तेमाल किया था
नई दिल्ली (नई दुनिया)। सितंबर में आधार का ऑथेंटिकेशन पिछले महीने के 100 करोड़ से बढ़कर करीब 150 करोड़ हो गया है। बायोमेट्रिक आईडी के उपयोग में इतनी बड़ी बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार को प्रेरित किया है कि वह मोबाइल ऐप के जरिए आधार ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया को आसान बनाए।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि पिछले महीने आधार प्रमाणीकरण की संख्या 148.3 करोड़ थी, जो देश की जनसंख्या से कहीं अधिक थी। यह संख्या दिसंबर में सिर्फ 17 करोड़ थी। ऐसे में यह अभूतपूर्व वृद्धि है, जो बताती है कि हर आधार-धारक ने सितंबर में कम से कम एक बार लाभ या अन्य सरकारी सेवाओं के लिए आधार आईडी का इस्तेमाल किया था।
देशभर में करीब 118.5 करोड़ लोगों के पास आधार नंबर है। सरकार ने हाल ही में लॉन्च किए गए मोबाइल एप, एमआधार को ओटीपी के जरिये सभी आधार प्रमाणीकरण करने में सक्षम करने का फैसला किया है। सितंबर में करीब 31 करोड़ ट्रांजेक्शन ओटीपी के जरिए किए गए थे।
यूआईडीएआई के सामने एक प्रमुख मुद्दा खराब मोबाइल नेटवर्क और सिग्नल की समस्या का था, जिससे पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी डिलीवरी होने में देरी होती थी। कभी-कभी पासवर्ड भी वितरित नहीं होते थे। जुलाई में ऐप को लॉन्च किए जाने के बाद से ऐप को करीब 10 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।
इससे मोबाइल नेटवर्क पर यूजर के डिपेंडेंट होने (निर्भरता) खत्म हो गई है। एमआधार ऐप में टाइम बेस्ड ओटीपी (TOTP) भेजा जाता है, ताकि लोगों को अपने मोबाइल पर ओटीपी के आने का इंतजार न करना पड़े। एप पर 30 सेकंड के लिए TOTP हमेशा एप पर उपलब्ध होगा।
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