सावधान: व्हाट्सएप का यह मैसेज चुरा सकता है आपकी बैंक डिटेल्स
यूजर्स को व्हाट्सएप का सब्सक्रिप्शन खत्म होने का मैसेज किया जा रहा है। साथ ही सब्सक्रिप्शन पीरियड को सब्सक्राइब करने की भी बात कही जा रही है
नई दिल्ली (जेएनएन)। फेसबुक अधिकृत व्हाट्सएप का बड़ा डाटाबेस होने के कारण इस पर फ्रॉड और स्कैम्स होने की आशंका अधिक रहती है। फ्रौडस्टर इस एप को टारगेट भी इसलिए करते हैं क्योंकि व्हाट्सएप के यूजर बहुत अधिक हैं। अब इस इंस्टेंट मैसेजिंग एप को फिर से यूके में एक नए स्कैम के लिए प्रयोग किया जा रहा है। इसमें यूजर्स को ट्रिक कर के उनकी बैंक अकाउंट डिटेल्स निकलवाने की कोशिश की जा रही है।
कैसा है फ्रॉड मैसेज?यूके के फ्रॉड और साइबरक्राइम सेंटर ने इस फ्रॉड के विरुद्ध वार्निंग जारी की है। इसी के साथ फेक व्हाट्सएप मैसेज का स्क्रीनशॉट भी दिया गया जिससे लोगों को ट्रिक करने की कोशिश की जा रही है।
इस फ्रॉड मैसेज में व्हाट्सएप टीम द्वारा साइन किया गया मैसेज होता है, जिसमें लिखा गया है की- हमारे रिसोर्स के अनुसार आपको व्हाट्सएप की सेवाओं का इस्तेमाल करते हुए एक साल से अधिक हो गया है। अब आप व्हाट्सएप पर मैसेज सेंड या रिसीव नहीं कर पाएंगे। व्हाट्सएप का बिना किसी रूकावट के इस्तेमाल करने के लिए आपको हमारे सब्सक्रिप्शन पीरियड को सब्सक्राइब करना होगा। इसके बाद मैसेज में एक लिंक दिया होता है, जिसमें यूजर्स को अपने नंबर के साथ पेमेंट इनफॉर्मेशन अपडेट करने के लिए साइन-इन करना होता है। ऐसा ही एक स्कैम पिछले महीने भी रिपोर्ट किया गया था।
भारत में फ्रॉड की आशंका:
एक वेबसाइट की रिपोर्ट में यह कहा गया था की लोगों को एक मैसेज के जरिये टारगेट किया जा रहा है। हालांकि, यह स्कैम फिलहाल यूके में फैलाया जा रहा है। लेकिन व्हाट्सएप के यूजरबेस को ध्यान में रखते हुए यह माना जा रहा है की इसे भारत आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इंस्टैंट मैसेजिंग सर्विस फ्री में डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है और इसे 2016 से सभी प्लेटफॉर्म्स पर इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर आपको ऐसा कोई मैसेज आता है तो आप सतर्क रहें और ऐसे किसी फ्रॉड पर भरोसा न करें।
व्हाट्सएप से कर पाएंगे पैसे ट्रांसफर:
हाल ही में, व्हाट्सएप को NPCI से मल्टीपल बैंक्स से पार्टनरशिप करने के लिए अनुमति मिली है। इससे यूजर आने वाले समय में इन-एप पेमेंट और UPI के इस्तेमाल से पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे। UPI से यूजर्स बिना बैंक डिटेल्स के मोबाइल एप से ही अकाउंट-टू-अकाउंट ट्रांसफर कर पाएंगे। ऐसा पहली बार है जब भारत में सभी रिटेल पेमेंट सिस्टम की संस्था ने किसी मोबाइल एप को मल्टी-बैंक पार्टनरशिप में एंटर करने के लिए अनुमति दी है।
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