किसी काम की नहीं हैं ये 5 एंड्रायड एप्स लेकिन गूगल प्ले स्टोर हैं मौजूद
गूगल प्ले स्टोर प कई ऐसी एप्स भी हैं जिन्हें क्यों बनाया गया है इसकी कोई जानकारी नहीं हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। स्मार्टफोन के पहले से ज्यादा इस्तेमाल का श्रेय, इसकी बढ़ती लोकप्रियता और लगातार बेहतर होती इंटरनेट कनेक्टिविटी को जाता है। जहां एक तरफ स्मार्टफोन का इस्तेमाल पहले से ज्यादा होने लगा है। वहीं, यूजर्स के लिए डेवलपर्स ने कई एप्स उपलब्ध कराई हैं। ये एप्स यूजर्स के काफी काम आती हैं। आज गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐसी एप्स मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल यूजर्स अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में भी करते हैं। वहीं, दूसरी तरफ कई ऐसी एप्स भी हैं जिन्हें क्यों बनाया गया है इसकी कोई जानकारी नहीं हैं। आपको बता दें कि कई ऐसी एप्स मौजूद हैं जिन्हें अजीब और बेकार कहना गलत नहीं होगा। आज हम आपको ऐसी ही कुछ एप्स के बारे में बताने जा रहे हैं।
Fidget spinners:इसे 90 के दशक में बनाया गया था। ये उन यूजर्स के लिए काफी अच्छा बताया गया था जिन्हें फोकस करने में परेशानी होती है। इसमें एक वर्चुअल फिजेट स्पीनिंग अनुभव मिलेगा। इसमें स्पीनर को दाएं-बाएं स्वाइप कर प्वाइंट कलेक्ट करने होते हैं। हालांकि, यह एप अब शायद ही कोई इस्तेमाल करे।
Electric Shaver:
ये एक व्यर्थ एप है। इसमें एक इलेक्ट्रिक शेवर की फोटो दी गई है। वहीं, फोन का कैमरा आपके चेहरे की लाइव फोटो दिखाएगा। शेवर पर टैप करने ये ऑन शुरु हो जाएगा। इसमें से हेयर ट्रीमर की वॉयस भी आएगी। यह एक फन एप है लेकिन इसे क्यों बनाया गया ये समझना काफी मुश्किल है।
Metal Detector:
जैसा की नाम से ही पता चलता है यह एक मेटल डिटेक्टर है। यह स्मार्टफोन के मैगनेटिक सेंसर के जरिए मैगनेटिक फील्ड को मापता है। हालांकि, इस एप को भी व्यर्थ कहना गलत नहीं होगा।
Hodor Keyboard Lite:
अगर आपने Game of Thrones देखा है तो आप इस एप का नाम पहचान गए होंगे। इस सीरीज में एक कैरेक्टर का नाम Hodor है। यह एप Hodor के अलावा और कुछ भी नहीं लिखती है। इसे इंस्टॉल होने के बाद Language and Input Method ऑप्शन में जाकर इसे इनेबल करना होगा। हालांकि, यह एप किसी काम की नहीं है।
Virtual Cigarette Smoking:
अगर आप सिगरेट नहीं पीते हैं लेकिन ये दिखाना जरुर चाहते हैं कि आप स्मोकिंग करते हैं तो यह एप आपके काम की है। यह एप आपके फोन स्क्रीन पर एक वर्चुअल सिगरेट दिखाती है। इसे भी बिना काम की एप कहना सही होगा।
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