व्हाट्सएप ने अपने संदेशों की प्राइवसी पर लगे आरोपों को नकारा
व्हाट्सएप पर आरोप लगाए गए थे कि उसके प्लेटफार्म से भेजे जाने वाले एनक्रिप्टेड संदेशों को बीच में रोककर पढ़ा जा सकता है, जिसे कंपनी ने सिर से नकार दिया है
नई दिल्ली। इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप ने अपने यूजर्स को हर बार एक नया अनुभव दिया है। नए फीचर्स को लॉन्च कर कंपनी ने यूजर्स को हर तरह की सुविधा मुहैया कराने की कोशिश की है। कुछ समय पहले व्हाट्सएप पर गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिसमें कहा गया था व्हाट्सएप प्लेटफार्म पर भेजे जाने वाले एनक्रिप्टेड संदेशों को बीच में रोककर पढ़ा जा सकता है या फिर बाधित किया जा सकता है। कंपनी ने इस बात को सिर से खारिज करते हुए कहा है कि 2016 के अप्रैल से ही व्हाट्सएप कॉल और संदेश शुरू से अंत तक डिफॉल्ट रूप से एनक्रिप्टेड होते हैं।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में कहा गया कि व्हाट्सएप में एक सुरक्षा संबंधी चूक है, जिसके चलते फेसबुक और अन्य इसके एनक्रिप्टेड संदेशों को पढ़ सकते हैं या उसे बाधित कर सकते हैं। इस रिपोर्ट पर व्हाट्सएप के सहसंस्थापक ब्रायन एक्टन ने बताया कि व्हाट्सएप में सुरक्षा खामी की रिपोर्ट पूरी तरह गलत है।
व्हाट्सएप पर एनक्रिप्शन को लेकर कई आरोप लगते आएं हैं। लेकिन कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए नए फीचर्स लॉन्च करना नहीं छोड़ा है। हाल ही में कंपनी ने एंड्रायड बीटा एप में जिफ सर्च को इंटीग्रेटेड कर दिया है। इसके साथ ही अब से यूजर 10 की जगह 30 मीडिया शेयर कर पाएंगे। आपको बता दें कि व्हाट्सएप बीटा वर्जन 2.17.6 एंड्रायड में अब जिफ इमेज को सर्च कर इन्हें चैट करते समय इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में इंटरनेट से जिफ इमेज ढूंढने की टेंशन से निजात मिल जाएगा। जब भी यूजर इमोजी बटन पर टैप करेंगे, तो उन्हें जिफ आईकन दिखाई देगा।