क्या आपका Xiaomi Mi3 स्मार्टफोन नकली तो नहीं, ऐसे पता करें
इस पोस्ट में हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिससे आप असली और नकली Xiaomi में अंतर कर पाएं
By MMI TeamEdited By: Updated: Mon, 07 Dec 2015 01:18 PM (IST)
भारत में Xiaomi Mi3 स्मार्टफोन को बेहद पसंद किया जाता है| ये उन स्मार्टफोन्स में से एक है जो सबसे ज्यादा सेल होते हैं| ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी के प्रोडक्ट भारतीय यूजर्स के बजट में आते हैं, जिसके चलते इनकी सेल ज्यादा है। हालांकि, मार्केट में Xiaomi के कई फेक प्रोडक्ट भी मिल रहे हैं।
Xiaomi का Mi3 10 हजार रुपये से कम कीमत में आने वाला हाईटेक स्मार्टफोन है, लेकिन इसका फेक मॉडल भी मार्केट में मिल रहा है।
इस पोस्ट में हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिससे आप असली और नकली Xiaomi में अंतर कर पाएं:
फेक और रियल Mi3 बॉक्स की पहचान :
Xiaomi Mi3 स्मार्टफोन की पहचान उसके बॉक्स से ही शुरू हो जाती है। फेक और रियल बॉक्स में कई अंतर हैं। ऑरिजनल प्रोडक्ट का बॉक्स फेक की तुलना में छोटा होता है। हालांकि, इसका कलर और प्रिंट आपको एक जैसा नजर आएगा। वहीं, ऑरिजनल के पीछे Xiaomi इन कॉपरेशन लिखा होता है। वहीं, फेक बॉक्स पर टिनी डॉट कॉम या कोई दूसरा नाम हो सकता है। ऐसे में जब भी आप नया स्मार्टफोन खरीदें बॉक्स पर इन बातों का ध्यान जरूर दें। हार्डवेयर इन्फॉर्मेशन चेक करना :
किसी भी स्मार्टफोन को उसका हार्डवेयर खास बनाता है। ऐसे में आपको यह चेक करना आना चाहिए। Mi3 असली है या नकली, इसका पता यूजर CPU-Z एप से लगा सकते हैं। इस एप की मदद से यूजर स्मार्टफोन के हार्डवेयर के बारे में पता लगा सकता है। Mi3 में कंपनी ने स्नैपड्रैगन चिपसेट दिया है। इसे एप की मदद से देखा जा सकता है।
Xiaomi Mi3 स्मार्टफोन की पहचान उसके बॉक्स से ही शुरू हो जाती है। फेक और रियल बॉक्स में कई अंतर हैं। ऑरिजनल प्रोडक्ट का बॉक्स फेक की तुलना में छोटा होता है। हालांकि, इसका कलर और प्रिंट आपको एक जैसा नजर आएगा। वहीं, ऑरिजनल के पीछे Xiaomi इन कॉपरेशन लिखा होता है। वहीं, फेक बॉक्स पर टिनी डॉट कॉम या कोई दूसरा नाम हो सकता है। ऐसे में जब भी आप नया स्मार्टफोन खरीदें बॉक्स पर इन बातों का ध्यान जरूर दें। हार्डवेयर इन्फॉर्मेशन चेक करना :
किसी भी स्मार्टफोन को उसका हार्डवेयर खास बनाता है। ऐसे में आपको यह चेक करना आना चाहिए। Mi3 असली है या नकली, इसका पता यूजर CPU-Z एप से लगा सकते हैं। इस एप की मदद से यूजर स्मार्टफोन के हार्डवेयर के बारे में पता लगा सकता है। Mi3 में कंपनी ने स्नैपड्रैगन चिपसेट दिया है। इसे एप की मदद से देखा जा सकता है।
पढ़ें, इस तरह से स्मार्टफोन के इस्तमाल से प्रभावित हो सकता है बच्चों का विकास डिस्प्ले क्वालिटी चेक करना :
ऑरिजनल Mi3 स्मार्टफोन की डिस्प्ले क्वालिटी काफी स्मूद होती है। इसका डिस्प्ले पूरी तरह क्लियर होता है। दूसरी तरफ, फेक स्मार्टफोन के डिस्प्ले में थोड़ा पीलापन नजर आता है। इसके साथ, स्मार्टफोन के पावर और वॉल्यूम स्विच में भी अंतर होता है, जो राइट साइड में दिए होते हैं। दरअसल, ऑरिजनल फोन में दिया गया बटन आसानी से प्रेस किया जा सकता है। इसमें स्प्रिंग होती है, जिसे दबाने पर महसूस किया जा सकता है। दूसरी तरफ, फेक में ऐसा नहीं होता।
ऑरिजनल Mi3 स्मार्टफोन की डिस्प्ले क्वालिटी काफी स्मूद होती है। इसका डिस्प्ले पूरी तरह क्लियर होता है। दूसरी तरफ, फेक स्मार्टफोन के डिस्प्ले में थोड़ा पीलापन नजर आता है। इसके साथ, स्मार्टफोन के पावर और वॉल्यूम स्विच में भी अंतर होता है, जो राइट साइड में दिए होते हैं। दरअसल, ऑरिजनल फोन में दिया गया बटन आसानी से प्रेस किया जा सकता है। इसमें स्प्रिंग होती है, जिसे दबाने पर महसूस किया जा सकता है। दूसरी तरफ, फेक में ऐसा नहीं होता।
इंटरनल मैमोरी चेक करना :
ऑरिजनल स्मार्टफोन में यूजर्स को 12GB मैमोरी यूज के लिए दी जाती है। दूसरी तरफ, जब आप फेक स्मार्टफोन को PC से कनेक्ट करते हैं, तो यहां 4GB से भी कम मैमोरी यूजर को मिलती है। ऐसे में यूजर्स इस स्मार्टफोन को खरीदने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखे। भारत में इस स्मार्टफोन की कीमत ऑनलाइन स्टोर पर 8,700 रुपये से शुरू है।
ऑरिजनल स्मार्टफोन में यूजर्स को 12GB मैमोरी यूज के लिए दी जाती है। दूसरी तरफ, जब आप फेक स्मार्टफोन को PC से कनेक्ट करते हैं, तो यहां 4GB से भी कम मैमोरी यूजर को मिलती है। ऐसे में यूजर्स इस स्मार्टफोन को खरीदने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखे। भारत में इस स्मार्टफोन की कीमत ऑनलाइन स्टोर पर 8,700 रुपये से शुरू है।