फ्री में चलाएं विंडोज, जानिए कैसे?
माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सबसे पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज एक्सपी का टेक्निकल सपोर्ट खत्म कर दिया है यानी अब उसके अपडेट्स के साथ टेक्निकल सपोर्ट भी नहीं मिलेगा।
By Edited By: Updated: Wed, 23 Apr 2014 10:12 AM (IST)
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सबसे पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज एक्सपी का टेक्निकल सपोर्ट खत्म कर दिया है यानी अब उसके अपडेट्स के साथ टेक्निकल सपोर्ट भी नहीं मिलेगा। टेक्निकल सपोर्ट और अपडेट्स न मिलने की वजह से आपके पीसी पर हैकिंग और वायरस अटैक का खतरा मंडरा सकता है, लेकिन अगर आप नए ऑपरेटिंग सिस्टम पर पैसे खर्च नहीं करना चाहते, तो भी चिंता की कोई बात नहीं है। आप फ्री के ऑपरेटिंग सिस्टम्स को आजमा सकते हैं..
ओपन इंडियाना डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.ओपनइंडियाना.ओरआरजी सन माइक्रोसिस्टम्स ने ओपनसोलारिस को स्टार्ट किया था, जो सोलारिस बेस्ड होने के साथ ओपन सोर्स भी था। बाद में सन माइक्रोसिस्टम्स को ओरेकल ने खरीद लिया, जिसके बाद ओपनसोलारिस प्रोजेक्ट धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में चला गया। बाद में उस प्रोजेक्ट में लगे डेवलपर्स ने भी ओरेकल से हाथ खींच लिए और ओपनसोलारिस की खूबियों को मिला कर ओपनइंडियाना नाम से एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलप किया, जो ओपनसोलारिस की तरह यूनिक्स और लिनक्स बेस्ड था। हालांकि उसके बाद से ओपनइंडियाना में काफी चेंजेज आ चुके हैं, यहां तक कि उसके फाइल सिस्टम के साथ उसी एप्लीकेशंस और पैकेजेज में भी कई बदलाव किए जा चुके हैं। अगर आप लिनक्स ट्राइ करना चाहते हैं, तो ओपनइंडियाना को प्रिफरेंस दे सकते हैं। ओपनइंडियाना 32 बिट और 64 बिट प्रोसेसर्स के लिए उपलब्ध है और इसे चलाने के लिए 900 एमबी की रैम इंस्टॉल होना जरूरी है। ओपनइंडियाना सर्वर्स और डेस्कटॉप्स के लिए बेस्ट है।
रिएक्ट ओएस डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.रिएक्टओएस.कॉम
अगर आप अपने ऑपरेटिंग सिस्टम में कुछ-कुछ विंडोज जैसी फीलिंग चाहते हैं, तो रिएक्टओएस ट्राइ कर सकते हैं। इसकी खासियत यह है कि यह विंडोज एनटी ऑर्किटेक्चर पर बेस्ड है और विंडोज एक्सपी, विंडोज 7 और विंडोज सर्वर 2012 जैसे पॉपुलर विंडोज वर्जन भी एनटी ऑर्किटेक्चर पर बेस्ड रहे हैं। इसकी दूसरी बड़ी खासियत यह है कि यह फ्री और ओपन सोर्स है। इस ओएस में आप विंडोज एप्लीकेशन ठीक वैसे ही चला सकते हैं, जैसे आप एक्सपी में चलाते रहे हैं। सही मायनों में देखा जाए, तो यह विंडोज का बेस्ट आल्टरनेटिव है। दिखने में यह विंडोज जैसे लगता है, लेकिन यह लिनक्स बेस्ड नहीं है। इसका लेटेस्ट वर्जन 0.3.16 है, जो अभी बीटा फेज में है और इसका साइज मात्र 75.5 एमबी है, जो साइज में विंडोज से कई गुना कम है। यह लाइव सीडी वर्जन और वर्चुअल बॉक्स के जरिए भी चलाया जा सकता है। गूगल क्रोमियम ओएस एचटीटीपी://देव.क्रोमियम.ओआरजी/क्रोमियमओएस यह गूगल का एडवांस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे गूगल ने नोटबुक्स के लिए खासतौर पर डिजाइन किया है। गूगल ने क्रोम ओएस सिस्टम बेस्ड कई क्रोमबुक्स भी लॉन्च की हैं, जो यूजर्स में काफी पॉपुलर हो रही हैं। क्रोम ओएस बहुत हल्का होने के साथ वेब बेस्ड भी है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम क्रोम ब्राउजर के कस्टमाइज्ड वर्जन पर चलता है। गूगल सूट्स से एप को एक्सेस किया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट के पीछे गूगल जरूर है, लेकिन इसे डेवलप गूगल ने नहीं किया है, बल्कि इसके पीछे कई फ्रीलान्स डेवलपर्स का रोल है, जिन्होंने इसे वेब पर एक्सेस करने लायक बनाया। हेक्स वेबसाइट एचटीटीपी://क्रोमओएस.हेक्सएक्सइएच.नेटसे यूजर इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं। यहां इसका वनिला वर्जन मौजूद है। गूगल क्रोम ओएस ओपन सोर्स होने के कारण इसे फ्री में इंस्टॉल किया जा सकता है। इसकी खूबियों के कारण इसे फ्यूचर का ओएस माना जाता है। जब गूगल ने यह वेब बेस्ड ओएस सिस्टम बनाने की बात कही थी, उस वक्त काफी लोगों को असंभव लगा था, लेकिन आज माइक्रोसॉफ्ट जैसी तमाम कंपनियां वेब बेस्ड एप बनाने पर जोर दे रही हैं। हायकु प्रोजेक्ट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.हायकू-ओएस.ओआरजी हायकू ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे खासतौर पर पर्सनल कंप्यूटिंग के लिए डेवलप किया गया है। इसकी खासियत है इसका यूजर इंटरफेस। यह इस्तेमाल में बेहद आसान है और आसानी से सीखा जा सकता है। इसके अलावा, यह बेहद पावरफुल भी है और सभी तरह के यूजर के इस्तेमाल योग्य है। इसे 1991 में पहली बार बीओएस के नाम से डेवलप किया गया था और इसके बाद इसका नेक्स्ट वर्जन 2001 में आया, जिसे बाद में सीज कर दिया गया। हायकू कम्युनिटी ने इसे रीलान्च किया। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि मल्टी-कोर प्रोसेसर पर बेहतरीन परफॉर्मेस दे सके। रिएक्टओएस की तरह यह भी फ्री है और ओपन सोर्स है। इसके अलावा, इसके आइएसओ को डाउनलोड करके सीडी में बर्न किया जा सकता है। वर्चुअल मशीन इमेज भी इंस्टॉल कर सकते हैं। हालांकि रिएक्ट ओएस के मुकाबले इसका साइज बड़ा है, जो तकरीबन 250 एमबी है, लेकिन फिर भी दूसरे लिनक्स डिस्ट्रीब्यूशंस और विंडोज वर्जन्स के मुकाबले साइज में काफी हल्का है। फ्रीबीएसडी डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.फ्रीबीएसडी.ओआरजी लिनक्स के बारे में एक बात जो सबसे फेमस है वह इसका सिक्योरिटी सिस्टम। यह आपके विंडोज ओएस के मामले में हैकिंग प्रूफ होने के साथ वायरस प्रूफ भी है। इसका इंटरफेस एक्सपी जैसा ही है, लेकिन विंडोज एप्लीकेशंस को सीधे इस पर नहीं चला सकते। आजकल तमाम कंपनियां विंडोज, मैक के साथ लिनक्स बेस्ड एप भी डेवलप कर रही हैं। अपने पीसी में वाइन एप्लीकेशन को डाउनलोड करके विंडोज एप्लीकेशंस को लिनक्स पर चला सकते हैं। इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस या आउटलुक की बजाय आप इस पर लिब्रा ऑफिस या ओपन ऑफिस भी चला सकते हैं, जो एमएस ऑफिस के मुकाबले ज्यादा बेहतर है। डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.लिनक्समिंट.कॉम इसका बेस्ट लिनक्स डिस्ट्रीब्यूशन है, जो फ्री होने के साथ ओपन सोर्स भी है। पढ़ें: टैबलेट में विंडोज 8 का टशन पढ़ें: जोलो विन विंडोज 8 टैबलेट