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बड़ी बैटरी की हो ज्यादा बैटरी लाइफ यह जरुरी नहीं, जानें स्मार्टफोन और लैपटॉप की बैटरी से जुड़े यह अनसुने राज

हमनें कई बार यूजर्स को चार्जिंग या बैटरी की आम समस्याओं से जूझते देखा है और इसी परेशानी को देखते हुए हम कुछ आम सवालों के जवाब लेकर आएं हैं

By Sakshi PandyaEdited By: Updated: Sun, 19 Feb 2017 11:00 AM (IST)
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बड़ी बैटरी की हो ज्यादा बैटरी लाइफ यह जरुरी नहीं, जानें स्मार्टफोन और लैपटॉप की बैटरी से जुड़े यह अनसुने राज

नई दिल्ली। गैजेट्स को चार्ज करना बेहद आसान है। चार्जिंग पोर्ट में चार्जर लगाकर कोई भी गैजेट आसानी से चार्ज किया जा सकता है। स्मार्टफोन और लैपटॉप को चार्ज करना देखने में जितना आसान है, उसके पीछे का विज्ञान उतना ही कठिन है। हमनें कई बार यूजर्स को चार्जिंग या बैटरी की आम समस्याओं से जूझते देखा है। ऐसे में बैटरी बैकअप, पावरबैंक या चार्जिंग से संबंधित यूजर्स की परेशानी को देखते हुए हम कुछ आम सवालों के जवाब लेकर आएं हैं।

1. क्या सही में 10000 एमएएच की बैटरी वाले पावरबैंक में 10000 एमएएच की क्षमता दी गई होती है- उत्तर: किसी भी पावरबैंक को एमएएच में मापा जाता है। इसका मतलब ये है कि पावरबैंक की बैटरी में चार्ज करने की कितनी क्षमता है। जाहिर सी बात है कि 20000 एमएएच के पावरबैंक में 10000 एमएएच के पावरबैंक से दोगुनी क्षमता होगी। लेकिन ये सब बैटरी की क्वालिटी पर निर्भर करता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपके स्मार्टफोन की बैटरी 2000 एमएएच की है और आपके पास 10000 एमएएच का पावरबैंक है, तो आप दिन में 5 बार अपने फोन को इस पावरबैंक से चार्ज नहीं कर पाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि जितनी बैटरी आपको पावरबैंक की बताई जाती है, उससे कुछ कम ही क्षमता दी जाती है।

2. फास्ट चार्जिंग कितने प्रकार की होती है- उत्तर: कई लोग पतली और हल्की बैटरी वाला स्मार्टफोन चाहते हैं। ऐसा सिर्फ इसलिए, जिससे बैटरी जल्दी चार्ज की जा सके। बैटरी को जल्दी चार्ज करने की नई तकनीक क्वालकॉम मार्किट में लाया था। हर कंपनी इसी तकनीक का इस्तेमाल करती हैं और उसे टर्बो, रेपिड या फास्ट नाम दे देती हैं। इस तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए फोन की बैटरी हाई-क्वालिटी की होनी चाहिए, चार्ज को नियत्रिंत करने के लिए स्पेशल सर्किट्री होनी चाहिए और एक ऐसा चार्जर, जो उसी cycle में चार्ज की वोल्टेज को नियंत्रित कर सके। कई फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स क्विक चार्ज 3.0 को सपोर्ट करते हैं। हालांकि, ये सिर्फ वी2.0 और वी1.0 को ही सपोर्ट करते हैं। आपके फोन की बैटरी तब ज्यादा बेहतर रहेगी, जब आप या तो उसे फुल चार्ज नहीं करेंगे या फिर उसे पूरी तरह डिस्चार्ज नहीं करेंगे।

3. लैपटॉप के always-on पोर्ट्स क्या हैं- उत्तर: आप सभी ने कभी न कभी स्मार्टफोन चार्ज करने के लिए लैपटॉप का यूएसबी पोर्ट इस्तेमाल किया होगा। लैपटॉप पोर्ट्स फोन चार्ज करने के लिए 500 एमएएच करंट देते हैं, जो आम मापदंड से काफी कम है। किसी-किसी लैपटॉप में always-on पोर्ट्स होते हैं, जिसके बराबर में छोटी-सी लाइट लगी होती है। कुछ always-on पोर्ट्स ज्यादा जैसे 1 या 1.5ए करंट देते हैं। चाहे लैपटॉप ऑफ हो या ऑन इससे फोन चार्ज किया जा सकता है।

4. क्या बड़ी बैटरी हमेशा ज्यादा बैटरी लाइफ देती हैं- उत्तर: फोन की बड़ी बैटरी होने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। ये सभी डिवाइस द्वारा ली जा रही पावर पर निर्भर करती है। शायद आपको यकीन नहीं होगा कि फीचर फोन्स 750 या 900 एमएएच बैटरी से लैस होते थे। इसके बाद भी वो 3 से 4 दिन की बैटरी लाइफ देने में सक्षम होते हैं। आपने 2000 या 3000 एमएएच बैटरी वाले फोन्स देखे होंगे, लेकिन आपको बता दें कि ये दोनों एक ही तरह की बैटरी लाइफ देते हैं।

5. क्या किसी दूसरे फोन से आप अपना फोन चार्ज कर सकते हैं- उत्तर: इमरजेंसी के मामले में आप ये तकनीक इस्तेमाल कर सकते हैं। कई एंड्रायड स्मार्टफोन्स में यूएसबी होस्ट सपोर्ट के जरिए ये तकनीक दी भी गई होती है। अपने फोन में एक्सट्रा बैटरी के साथ यूएसबी ओटीजी एडप्टर लगाएं और डिस्चार्ज फोन को उसके साथ चार्जिंग वायर से कनेक्ट कर दें। एक बार कनेक्ट होने पर आपका फोन दूसरे फोन से चार्ज होना शुरु हो जाएगा।

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