अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड कर रहे हैं एप तो ऐसा करने से बचें
आज ढ़ेरों एप्स उपलब्ध है और इनसे लाइफ इतनी आसान हो गइ है कि यूजर्स बिना-सोझे समझे इन्हें डाउनलोड कर लेते हैं इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि एप डाउनलोड करते समय और इंटरनेट पर आप किन बातों का ध्यान रखें
By MMI TeamEdited By: Updated: Tue, 02 Feb 2016 12:36 PM (IST)
आप भी अगर अपने स्मार्टफोन पर कोइ भी एप इंस्टॉल कर लेते हैं तो जरूरत है थोड़ा संभलने की। दरअसल, आज ढ़ेरों एप्स उपलब्ध है और इनसे लाइफ इतनी आसान हो गइ है कि यूजर्स बिना-सोझे समझे इन्हें डाउनलोड कर लेते हैं इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि एप डाउनलोड करते समय और इंटरनेट पर आप किन बातों का ध्यान रखें:
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1.एप इंस्टॉल करते समय रखें इसका ध्यान
हमें अपनी जरूरत का कोइ भी एप दिखाइ देता है तो हम उसे अपने मोबाइल और कंप्यूटर पर डाउनलोड कर लेते हैं। जब भी डाउनलोड करते है तो किसी बात पर ध्यान नहीं देते और इंस्टॉल कर लेते हैं। इसका लाभ उठाकर अक्सर हैकर्स आपकी निजी जानकारियां चुरा लेते है, जोकि आपके द्वारा डाउनलोड किए गए एप्स के माध्यम से उन तक पहुंच जाती है। दरअसल अनजाने सोर्स से एप डाउनलोड करना अक्सर बहुत महंगा साबित होता है। जब भी एप डाउनलोड करें तो एप बनाने वाली कंपनी के बारे में पूरी जानकारी ले लें और इंस्टॉल करने से पहले भी इस बात पर ध्यान दें कि वह एप आपकी कौन-कौन सी जानकारियां एक्सेस कर रहा है यानि स्वीकृति मांग रहा है। 2. फ्री वाइफाइ से बचें
फ्री की कोइ चीज किसे पसंद नहीं आती और ऐसे में अगर आपको फ्री वाइ-फाइ सेवा मिले तो यकीनन आप भी उसके इस्तेमाल से चूकेंगे नहीं, लेकिन फ्री वाइ-फाइ के प्रयोग से आपके फोन या लैपटॉप का डाटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है। हैकर्स इसके द्वारा बहुत सारे वायरस भेजते हैं, जो निजी सूचनाएं चुराने के लिए ही बनाए गए होते है। इसलिए जहां तक संभव हो पब्लिक वाइ-फाइ के इस्तेमाल से बचें।
हमें अपनी जरूरत का कोइ भी एप दिखाइ देता है तो हम उसे अपने मोबाइल और कंप्यूटर पर डाउनलोड कर लेते हैं। जब भी डाउनलोड करते है तो किसी बात पर ध्यान नहीं देते और इंस्टॉल कर लेते हैं। इसका लाभ उठाकर अक्सर हैकर्स आपकी निजी जानकारियां चुरा लेते है, जोकि आपके द्वारा डाउनलोड किए गए एप्स के माध्यम से उन तक पहुंच जाती है। दरअसल अनजाने सोर्स से एप डाउनलोड करना अक्सर बहुत महंगा साबित होता है। जब भी एप डाउनलोड करें तो एप बनाने वाली कंपनी के बारे में पूरी जानकारी ले लें और इंस्टॉल करने से पहले भी इस बात पर ध्यान दें कि वह एप आपकी कौन-कौन सी जानकारियां एक्सेस कर रहा है यानि स्वीकृति मांग रहा है। 2. फ्री वाइफाइ से बचें
फ्री की कोइ चीज किसे पसंद नहीं आती और ऐसे में अगर आपको फ्री वाइ-फाइ सेवा मिले तो यकीनन आप भी उसके इस्तेमाल से चूकेंगे नहीं, लेकिन फ्री वाइ-फाइ के प्रयोग से आपके फोन या लैपटॉप का डाटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है। हैकर्स इसके द्वारा बहुत सारे वायरस भेजते हैं, जो निजी सूचनाएं चुराने के लिए ही बनाए गए होते है। इसलिए जहां तक संभव हो पब्लिक वाइ-फाइ के इस्तेमाल से बचें।
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जब भी आप पीसी या मोबाइल पर फ्री गेम खेलते हैं तो बहुत से लुभावने एड व लिंक आते हैं। यह विज्ञापन व लिंक फौरन आपको क्लिक करने के लिए प्रेशर डालते हैं। इन लिंक पर गलती से भी क्लिक न करें क्योंकि यह बहुत खतरनाक हो सकता है। यह इतने खतरनाक होते है कि आपकी निजी जानकारी चोरी होने के साथ फोन व पीसी क्रैश होने का भी खतरा होता है।
जब भी आप पीसी या मोबाइल पर फ्री गेम खेलते हैं तो बहुत से लुभावने एड व लिंक आते हैं। यह विज्ञापन व लिंक फौरन आपको क्लिक करने के लिए प्रेशर डालते हैं। इन लिंक पर गलती से भी क्लिक न करें क्योंकि यह बहुत खतरनाक हो सकता है। यह इतने खतरनाक होते है कि आपकी निजी जानकारी चोरी होने के साथ फोन व पीसी क्रैश होने का भी खतरा होता है।
4.बैंक व इमेल पासवर्ड जानकारी
सोशल नेटवर्किंग में अपनी निजी जानकारियां शेयर करना हैकर्स को न्यौता देना है। अक्सर हम अपने दोस्तों और परिवार के साथ चैट में बैंक और इमेल आइडी से जुड़ी जानकारियां शेयर कर देते है,लेकिन ध्यान रहे यह बहुत जोखिम भरा साबित हो सकता है। इसलिए मेल,सोशल नेटवर्किंग और चैट में बैंक, एटीएम, क्रेडिट कार्ड या पासवर्ड से रिलेटेड किसी भी पर्सनल इंफॉर्मेशन को शेयर न करें। पढ़े: बिना इंटरनेट इस तरह जानें अपनी मनचाही लोकेशन का पता
इंटरनेट पर आज फ्री के गाने, वीडियो और एप्लीकेशन हर जगह मिल जाते हैं। लेकिन ये कंटेंट आपके डिवाइस के लिए बहुत नुकसानदेह होते हैं। दरअसल, इंटरनेट पर फ्री कुछ भी नहीं होता। इसके माध्यम से आपके पीसी और मोबाइल में ढेर सारे वायरस भेजे जाते हैं, जो फोन या पीसी को नुकसान पहुंचाने के साथ आपकी निजी जानकारियां चोरी करते हैं। यदि आपके फोन में इंटीग्रेटेड लाइसेंसिंग स्टोर के द्वारा फ्री एप या गाने मिल रहे हैं तो डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे- एंड्रायड फोन में गूगल प्ले स्टोर या एपल में आइट्यून स्टोर से फ्री एप डाउनलोड कर सकते हैं।
सोशल नेटवर्किंग में अपनी निजी जानकारियां शेयर करना हैकर्स को न्यौता देना है। अक्सर हम अपने दोस्तों और परिवार के साथ चैट में बैंक और इमेल आइडी से जुड़ी जानकारियां शेयर कर देते है,लेकिन ध्यान रहे यह बहुत जोखिम भरा साबित हो सकता है। इसलिए मेल,सोशल नेटवर्किंग और चैट में बैंक, एटीएम, क्रेडिट कार्ड या पासवर्ड से रिलेटेड किसी भी पर्सनल इंफॉर्मेशन को शेयर न करें। पढ़े: बिना इंटरनेट इस तरह जानें अपनी मनचाही लोकेशन का पता
इंटरनेट पर आज फ्री के गाने, वीडियो और एप्लीकेशन हर जगह मिल जाते हैं। लेकिन ये कंटेंट आपके डिवाइस के लिए बहुत नुकसानदेह होते हैं। दरअसल, इंटरनेट पर फ्री कुछ भी नहीं होता। इसके माध्यम से आपके पीसी और मोबाइल में ढेर सारे वायरस भेजे जाते हैं, जो फोन या पीसी को नुकसान पहुंचाने के साथ आपकी निजी जानकारियां चोरी करते हैं। यदि आपके फोन में इंटीग्रेटेड लाइसेंसिंग स्टोर के द्वारा फ्री एप या गाने मिल रहे हैं तो डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे- एंड्रायड फोन में गूगल प्ले स्टोर या एपल में आइट्यून स्टोर से फ्री एप डाउनलोड कर सकते हैं।