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Reliance Jio के नाम से भेजे जा रहे मैसेज पर भूलकर भी न करें क्लिक, हैक हो सकती है आपकी जानकारी

रिलायंस जिओ हैप्पी न्यू ईयर ऑफर की डाटा लिमिट बढ़ाने के लिए भेजा जा रहा मैसेज एक स्पैम है

By MMI TeamEdited By: Updated: Fri, 27 Jan 2017 02:56 PM (IST)
Reliance Jio के नाम से भेजे जा रहे मैसेज पर भूलकर भी न करें क्लिक, हैक हो सकती है आपकी जानकारी

नई दिल्ली। रिलायंस जिओ के हैप्पी न्यू ईयर ऑफर में ग्राहकों को प्रतिदिन 1जीबी 4जी डाटा दिया जाता है, जिसके बाद ग्राहक डाटा तो फ्री इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन उसकी स्पीड काफी कम हो जाती है। ऐसे में आजकल सोशल मीडिया पर एक मैसेज भेजा जा रहा है, जिसमें हैप्पी न्यू ईयर पैक में बिना कोई एडिशनल चार्ज दिए डाउनलोड लिमिट बढ़ाने की ट्रिक बताई जा रही है। आपको बता दें कि ये एक स्पैम मैसेज है। अगर ग्राहक मैसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करते हैं, तो उनकी निजी जानकारी हैक होने की संभावना है। ऐसे में जागरण टेक टीम आपको इस मैसेज पर क्लिक न करने की सलाह देती है।

क्या है पूरा मामला?

आपको बता दें कि जिओ के हैप्पी न्यू ईयर ऑफर में मिलने वाले 1जीबी 4जी डाटा को 10जीबी करने से संबंधित एक मैसेज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा फॉरवर्ड किया जा रहा है। इस मैसेज में यूजर्स को एक लिंक पर क्लिक करने को कहा गया है। मैसेज में कहा गया है कि अगर ग्राहक लिंक पर क्लिक करते हैं, तो उनकी दैनिक लिमिट 1 जीबी से बढ़कर 10जीबी हो जाएगी। इस मैसेज में एक फॉर्म भरने के लिए कहा जा रहा है, जिसमें यूजर का फोन नंबर, ईमेल एड्रेस जैसी पर्सनल डीटेल्स मांगी जा रहीं हैं। इसके बाद इसी फॉर्म को 10 और लोगों को फॉरवर्ड करने के लिए भी बोला जा रहा है। इसके साथ ही इस फॉर्म के आखिरी में यह लिखा गया है कि Go4G का रिलायंस या Jio से कोई नाता नहीं है। इसके आलावा 10 ग्रुप में मैसेज भेजने के बाद जो पेज खुल रहा है वहां 'Can’t Be Reached' मैसेज मिल रहा है।

रिलायंस का क्या है कहना?

रिलायंस जिओ यह स्पष्ट कर चुकी है कि कंपनी की तरफ से ग्राहकों को ऐसी किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी जा रही है। यह मैसेज केवल स्पैम है। आपको बता दें की रिलायंस जिओ भी स्पष्ट कर चुकी है कि उसने ग्राहकों को ऐसी कोई सुविधा नहीं दी है और ये मैसेज स्पैम है।

आपको बता दें कि डाटा लिमिट को बढ़ाने वाला यह मैसेज यूजर की निजी जानकारी चुरा सकता है। इसके जरिए आपकी प्राइवेट डाटा खतरे में पड़ सकता है और जानकारी हैक की जा सकती है।