आखिर क्यों उलटे होते हैं कैलक्यूलेटर और फोन के न्यूमेरिक कीपैड? नहीं पता होगा आपको जवाब
स्मार्टफोन, टेलीफोन और कैल्क्यूलेटर तो आप सभी ने इस्तेमाल किए होंगे। क्या कभी आपने इन डिवाइस के न्यूमेरिक कीपैड पर ध्यान दिया है
नई दिल्ली। स्मार्टफोन, टेलीफोन और कैल्क्यूलेटर तो आप सभी ने इस्तेमाल किए होंगे। क्या कभी आपने इन डिवाइस के न्यूमेरिक कीपैड पर ध्यान दिया है? वैसे तो इन सभी का कीपैड एक-दूसरे से काफी अलग है, अगर इनमें कुछ समानता है, तो वो है 0 अंक। जी हां, 0 दोनों ही कीपैड में बीच में होता है। 0 के अलावा बाकि की संख्या नीचे से ऊपर या फिर ऊपर से नीचे होती है। अगर आपने भी इस बात पर पहले गौर किया है, तो जागरण टेक टीम आपको आपके हर सवाल का जवाब देने जा रही है। आज हम आपको उस सिद्धांत के बारे में बताएंगे जिससे इन संख्याओं को सेट किया जाता है। और यह सिद्धांत है, सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले नंबर नीचे होते हैं।
पुराना कैल्क्यूलेटर:
पुरानी मशीनों में नंबर नीचे से ऊपर होते थे। डिजाइनर्स की मानें तो 0 का इस्तेमाल काफी ज्यादा होता है, जिसके चलते ही 0 और 00 को बीच में रखा गया था। उसके बाद 1,2,3 को रखा गया फिर 4,5,6 और अंत में 7,8,9 को रखा गया।
नई कैल्क्यूलेटर:
नई डिवाइस आने के बाद 0 को नीचे लेफ्ट साइड मे रखा गया और 00 को हटा दिया गया।
टेलिफोन:
पहले लंबे वायर वाले टेलिफोन इस्तेमाल किए जाते थे, जिसमें रोटेशन डायल था। बटन में 1 से 9 तक के सीरीयल नंबर थे, और आखरी में 0 था। इसमें जब भी नंबर डायल करना होता था तो उंगली को घूमाना पड़ता था।
टच फोन:
जब टचस्क्रीन फोन का आविष्कार किया गया तो डिजाइनरों ने सोचा कि क्यों न इस बार लेआउट बदल दिया जाए। इस बार डिजाइनर 1,2,3 को सबसे ऊपर ले गए, इसके बाद 4,5,6 और उसके बाद आखिर में 7,8,9 को रखा गया। डिजाइनर्स को यह काफी हद तक फायदेमंद भी लगा।
लगभग 3 आविष्कारों के बाद टच फोन के साथ कीपैड्स की परंपरा को बदला गया। जिस सिद्धांत पर डिजाइनर्स पहले के कीपैड को बनाते थे, उसे बदल कर ऊपर से नीचे कर दिया गया है। ऐसे में अगर आप गौर करें तो जितने भी फोन लॉन्च किए गए हैं, चाहें वो फीचर फोन हो या फिर स्मार्टफोन, सभी के कीपैड में नंबर ऊपर से नीचे हैं। जबकि सभी कैलकुलेटर और राउंड डायलर फोन में नंबर नीचे से ऊपर होते हैं।