फेस्टिव सीजन मोबाइल यूजर्स इन बातों का रखें ख्याल, नहीं तो कट जाएगा बैलेंस
दिवाली पर मैसेज भेजने से पहले यूजर्स को सतर्क रहने की जरुरत है। जानें इसकी वजह
नई दिल्ली (जेएनएन)। फेस्टिव सीजन की शुरुआत होते ही यूजर्स अपने परिवार और दोस्तों को शुभकामनाओं वाले मैसेज भेजना शुरू कर देते हैं। कई यूजर्स मैसेज भेजने के लिए मैसेज पैक रिचार्ज कराते हैं लेकिन आपको बता दें कि दिवाली पर फोन में मैसेज पैक होते हुए भी आपका बैलेंस कट सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिवाली टेलिकॉम कंपनियां की ब्लैकआउट डेज की सूची में आती है। इस खबर में आपको ब्लैकआउट डेज क्या होते हैं और सालभर में कितने ऐसे दिन होते हैं, इसकी जानकारी देने जा रहे हैं।
क्या होते हैं ब्लैइकआउट डेज:पूरे साल दिवाली समेत कई ऐसे दिन होते हैं जिनमें टेलिकॉम कंपनियों के प्रमोशनल ऑफर्स एक्टिव नहीं रहते। ऐसे दिन किसी को मैसेज करने पर यूजर के मेन बैलेंस से पैसे खर्च होते हैं। इस दिन कोई भी मैसेज पैक काम नहीं आता। मैसेज भेजने के लिए स्टैंडर्ड चार्ज ही देने होते हैं। कोई भी कंपनी इस दिन यूजर से ज्यादा पैसे नहीं वसूल सकती। ब्लैकआउट डेज की सूची ट्राई यानी टेलिकॉम रेग्यूलेटर ऑफर इंडिया जारी करता है। इस लिस्ट में छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली दोनों ही शामिल हैं। आपको बता दें कि दिवाली के बाद सीधे 31 दिसंबर पर ब्लैकआउट डे होगा।
टेलिकॉम कंपनियां देती हैं जानकारी:
ब्लैकआउट डे से पहले टेलिकॉम कंपनियां यूजर्स को इससे संबंधित मैसेज भेजती हैं जिससे यूजर्स सतर्क रहें। वह यह भी बताती हैं कि कब-कब ब्लैकआउट डे है। ट्राई ने कहा है कि हर सर्विस प्रोवाइडर को अपनी वेबसाइट पर ब्लैकआउट डेज की पूरी लिस्ट रखनी होगी ताकि ग्राहक इसे देख सकें।
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