एप्पल और गूगल ने अपने प्ले स्टोर से हटाई 300 से ज्यादा एप्स, जानें वजह
इन एप्स को हटाने के लिए गूगल और एप्पल को ऑस्ट्रेलियाई सिक्योरिटीज एंड इंवेस्टमेंट कमिशन ने नोटिस दिया था
नई दिल्ली (जेएनएन)। अमेरिका की कंपनियां गूगल और एप्पल ने अपने प्ले स्टोर से 330 से ज्यादा एप्स को हटा दिया है। यह कदम ऑस्ट्रेलियाई सिक्योरिटीज एंड इंवेस्टमेंट कमिशन (एएसआईसी) के हस्तक्षेप के बाद उठाया गया है। फॉच्यून रिपोर्ट के मुताबिक, एएसआईसी ने जांच में पाया कि इन एप्स को गैरलाइसेंस वाले लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। यह इन एप्स को बाइनरी ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं। रिपोर्ट में बताया गया, “बाइनरी ट्रेडिंग में यह अनुमान लगाया जाता है कि कारोबार में कौन से शेयर कम वक्त में चढ़ेंगे या टूटेंगे और उसके बाद इनके ग्राहक उन अनुमान के आधार पर खरीदारी करते हैं।”
एएसआईसी ने बताया कि इन एप्स को इस्तेमाल करने में काफी रिस्क है। साथ ही सटोरिया कारोबार ऑस्ट्रेलिया के लिए थोड़ा नया है। एएसआईसी इन एप्स का विश्लेषण किया है जिसमें यह पाया गया है कि इन एप मालिकों ने यूजर्स को इस प्रकार के ट्रेडिंग के जोखिम की जानकारी नहीं दी थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया, “इसके बजाए उन्होंने लोगों से कहा कि उनके एप के इस्तेमाल से वे तुरंत अमीर बन सकते हैं।”
Lipizzan मालवेयर:
इससे पहले एक नए मालवेयर की जानकारी भी सामने आई थी। इसका नाम Lipizzan है। यह नाम नाम घोड़े की नस्ल पर रखा गया है। यह मालवेयर टारगेट ऑडियंस के ईमेल, टेक्स्ट, दूसरे मैसेज और कॉन्टैक्ट की जानकारी चुराता है। इसके साथ ही यह मालवेयर यूजर्स के कॉल्स को भी रिकॉर्ड कर सकता है। साथ ही यह स्क्रीनशॉट और ऑडियो व वीडियो को रिकॉर्ड कर लेता है। इस दौरान गूगल ने कुछ ऐसे एप्स के बारे में भी जानकारी दी है, जो इस मालवेयर के निशाने पर हैं। इनमें Gmail, Hangouts, KakaoTalk, LinkedIn, Messenger, Skype, Snapchat, StockEmail, Telegram, Threema, Viber, Whatsapp जैसे एप्स भी शामिल हैं।
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