यूएसबी डिवासेस या एक्सटर्नल कनेक्शन से क्या आपकी निजी जानकारी है खतरे में, जानें
रिसर्च में पाया गया है कि अगर किसी भी मालवेयर से प्रभावित डिवाइस को किसी एक्सटर्नल या इंटरनल यूएसबी हब से कनेक्ट किया जाता है तो सेंसिटिव या निजी जानकारी जैसे पासवर्ड आदि हैक हो सकते हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। आज के समय में यूएसबी कनेक्शन्स को काफी इस्तेमाल किया जाता है। यह एक कॉमन इंटरफेस है जिसके जरिए किसी भी एक्सटर्नल डिवाइस को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट किया जाता है। और इसका इस्तेमाल पूरी दुनिया में होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यूएसबी से यूजर्स की जानकारी हैक की जा सकती है? Adelaide यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने एक अध्ययन में पाया कि यूएसबी कनेक्शन के जरिए यूजर्स की जानकारी लीक होने की संभावना अधिक होती है।
रिसर्चर्स ने यह अध्ययन 50 अलग-अलग कंप्यूटर्स और एक्सटर्नल यूएसबी हब्स पर किया है। इसमें यह पाया गया कि 90 फीसद से ज्यादा कंप्यूटर्स, एक्सटर्नल डिवाइस में जानकारी लीक कर सकते हैं। प्रोजेक्ट के लीडर डॉ युवल यारोम ने कहा, “यूएसबी कनेक्टेड डिवाइस में कीबोर्ड्स, कार्डवाइपर्स और फिंगरप्रिंट रीडर्स जैसी डिवाइसेस शामिल होती हैं जो निजी जानकारी कंप्यूटर को सेंड कर सकता है। ऐसा सोचा जा रहा है कि यह लीक हुई जानकारी केवल डायरेक्ट माध्यम से ही कंप्यूटर में भेजी जाती है। लेकिन रिसर्च में पाया गया है कि अगर किसी भी मालवेयर से प्रभावित डिवाइस को किसी एक्सटर्नल या इंटरनल यूएसबी हब से कनेक्ट किया जाता है तो सेंसिटिव या निजी जानकारी जैसे पासवर्ड आदि हैक हो सकते हैं।”
यारोम ने बताया कि उनके प्रोजेक्ट में यूएसबी पोर्ट डाटा लाइन्स के वोल्टेज फ्लचूएशन को यूएसबी हब्स के पोर्ट्स के जरिए मॉनिटर किया जाता है। उन्होंने बताया कि इसका दीर्घ अवधि समाधान यह है कि यूएसबी कनेक्शन्स को दोबारा डिजाइन किया जाए और इन्हें ज्यादा सिक्योर बनाया जाए।
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