Move to Jagran APP

बीएसएनएल ने लॉन्च की सैटेलाइट फोन सर्विस, बिना नेटवर्क वाले क्षेत्रों में मिलेगी सेवा

अभी कंपनी सरकारी एजेंसियों को यह सर्विस देगी। बाद में चरणबद्ध तरीके से यह सेवा दूसरे नागरिकों के लिए खोली जाएगी

By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Thu, 25 May 2017 10:00 AM (IST)
Hero Image
बीएसएनएल ने लॉन्च की सैटेलाइट फोन सर्विस, बिना नेटवर्क वाले क्षेत्रों में मिलेगी सेवा

नई दिल्ली (जेएनएन)। सार्वजनिक क्षेत्र की टेलिकॉम कंपनी बीएसएनएल ने इनमारसैट के जरिये सैटेलाइट फोन सर्विस शुरू की है। अभी कंपनी सरकारी एजेंसियों को यह सर्विस देगी। बाद में चरणबद्ध तरीके से यह सेवा दूसरे नागरिकों के लिए खोली जाएगी। फिलहाल टाटा कम्युनिकेशंस सरकारी एजेंसियों को सैटेलाइट फोन सर्विस प्रदान कर रही है।

14 सैटेलाइट कर रही हैं काम:

दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने सैटेलाइट फोन सर्विस लॉन्च करते हुए कहा कि यह सेवा उन क्षेत्रों में मिलेगी जहां कोई नेटवर्क उपलब्ध नहीं है। सैटेलाइट फोन सर्विस इनमारसैट के माध्यम से दी जाएगी। इनमारसैट में कुल 14 सैटेलाइट काम कर रहे हैं। प्राकृतिक आपदा प्रबंधन एजेंसियों, राज्य पुलिस, रेलवे, सीमा सुरक्षा बल और अन्य सरकारी एजेंसियों को यह सर्विस पहले चरण में दी जाएगी। बाद में यह सेवा आम नागरिकों को उपलब्ध कराई जाएगी। खासकर इसका इस्तेमाल फ्लाइट और समुद्री जहाजों पर यात्रियों के लिए यह सेवा उपयोगी होगी। वहां सामान्य मोबाइल सेवा काम नहीं करती है।

कंपनी का क्या है कहना?

बीएसएनएल के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि हम आज से सैटेलाइट मोबाइल वॉयस और एसएमएस सर्विस शुरू कर रहे हैं। इस समय देश में सैटेलाइट फोन सर्विस टाटा कम्युनिकेशंस उपलब्ध कराती है। उसे विदेश संचार निगम लि. का लाइसेंस एक अनुबंध के तहत मिला था। टाटा कम्युनिकेशंस की यह सर्विस 30 जून तक समाप्त हो ही है।

बीएसएनएल ने फेसबुक और मोबीक्विक के साथ किया था करार:

बीएसएनएल ने फेसबुक और मोबीक्विक के साथ कई करार किए हैं। इनके जरिये कंपनी ग्राहकों के बीच अपनी इंटरनेट और वैल्यू एडेड सेवाओं को लोकप्रिय बना सकेगी। कंपनी ने ये समझौते विश्व दूरसंचार दिवस के अवसर पर किए हैं। फेसबुक के साथ हुए MoU के मुताबिक सरकारी दूरसंचार कंपनी उसके एक्सप्रेस वाई-फाई प्रोगाम को कनेक्टिविटी उपलब्ध कराएगी।

यह भी पढ़ें:

रिलायंस जियो के 108 मिलियन कनेक्शन्स में से केवल 73.38 फीसद एक्टिव: ट्राई डाटा

Samsung Galaxy S8 आइरिस स्कैनर को प्रिंटेड फोटो से भी दिया जा सकता है धोखा

अब भी बना हुआ है रैनसमवेयर का खतरा! पढ़िए बचाव के लिए एक्सपर्ट की राय