एयरटेल और जियो से ऑप्टिक फाइबर को लेकर साझेदारी कर सकता है BSNL
ऑप्टिक फाइबर को लेकर एयरटेल और जियो से बीएसएनएल की बातचीत जारी है
नई दिल्ली (जेएनएन)। सरकारी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड ऑप्टिक फाइबर शेयरिंग को लेकर भारती एयरटेल और रिलायंस जियो के साथ बातचीत कर रही है। बीएसएनएल अपने इस्तेमाल न किए जा रहे ऑप्टिक फाइबर को अपने रेवन्यू को दोगुना करने के लिए इस्तेमाल करना चाहती है। कंपनी चाहती है कि इससे उसका रेवन्यू 2017-18 में करीब 3,000 करोड़ रुपये हो जाए। बीएसएनएल की कॉलेबोरेशन स्ट्रैटिजी 2015 में शुरू की गई जिससे सक्रिय और निष्क्रिय टेलिकॉम इंफ्रास्टक्चर शेयरिंग के जरिए कंपनी ने 2016-17 में 1,500 करोड़ रुपये अतिरिक्त रेवन्यू के कमाए। इस रेवन्यू में 1,000 करोड़ केवल टावर शेयरिंग के ही थे।
कंपनी का क्या है कहना?
बीएसएनएल के चेयरमैन अनुपम श्रीवास्तवा ने कहा, “हम सहयोगात्मक दृष्टिकोण (collaborative approach) पर लगातार फोकस कर इस साल रेवन्यू को 3,000 करोड़ करने पर विचार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि नई कंपनी जियो और मार्किट लीडर भारती एयरटेल ने बीएसएनएल से डार्क फाइबर शेयरिंग के लिए संपर्क किया था। हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर अभी एयरटेल और जियो ने कोई जवाब नहीं दिया है। आपको बता दें कि बीएसएनएल के पास सबसे बड़ा ऑप्टिक फाइबर है जो पूरे देश में 7 लाख किलोमीटर तक फैला हुआ है।
अनुपम श्रीवास्तवा ने यह भी कहा कि बीएसएनएल ने प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों को मोबाइल इंफ्रास्टचर, ऑप्टिक फाइबर, इंट्रा रोमिंग और बैंडविथ जैसी सर्विसेस मुहैया कराई हैं। वहीं, अब इन कंपनियों ने टॉवर शेयरिंग में भी दिलचस्पी दिखाई है। बीएसएनएल रणनीतिक रूप से कॉओपेटिशन (coopetition) पर फोकस कर रही है जो कंपनी की मुख्य रणनीति भी कही जा रही है।
यह भी पढ़ें:
स्मार्टफोन खरीदने पर डाटा और कॉलिंग फ्री, बंडलिंग ऑफर्स का कमबैक
मात्र 999 रुपये में खरीद पाएंगे शाओमी रेडमी नोट 4, जानें ऑफर से जुड़ी हर डिटेल
स्मार्टफोन बाजार में शाओमी और एलजी के हैंडसेट्स की होगी एंट्री, जानें क्या होगा खास