फोन का नेटवर्क गायब होने पर यूजर को ट्राई दिलाएगी 5000 रुपये
ट्राई के नए प्रस्ताव के मुताबिक उपभोक्ता के विदेश यात्रा के दौरान इंटरनेशनल रोमिंग सिम और इंटरनेशनल कॉलिंग कार्ड काम ना करने पर ट्राई कंपनियों पर 5000 रुपये तक का जुर्माना लगाने का प्रस्ताव दे सकती हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। अगर आप विदेश गए हैं और आपका इंटरनेशनल सिम कार्ड काम नहीं कर रहा हैं तो परेशान होने की जरुरत नहीं हैं। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) जल्द ही इस समस्या का समाधान कर सकता है। आपके विदेश यात्रा के दौरान इंटरनेशनल रोमिंग सिम और इंटरनेशनल कॉलिंग कार्ड के काम ना करने पर ट्राई कंपनियों पर 5000 रुपये तक का जुर्माना लगाने का प्रस्ताव दे सकती हैं। इसके साथ ही यह जुर्माना ग्राहक को मुआवजे के तौर पर दिया जाएगा।
कंपनी को भरना पड़ सकता है जुर्माना:
ट्राई ने यह प्रस्ताव इसी साल से शुरू करने की योजना बनाई है। इस साल के शुरुआत में ट्राई ने इंटरनेशनल सिम कार्ड और अंतरराष्ट्रीय कॉलिंग कार्ड कंपनियों से इस बाबत चर्चा भी की है। जिसमें ट्राई ने कहा कि अगर उपभोक्ता देश के बाहर है और उसकी कॉलिंग सिम काम नहीं कर रही तो कंपनियों को ग्राहक को रिफंड और साथ ही मुआवजा देना होगा।
ट्राई का यह प्रस्ताव प्रीपेड और पोस्टपेड सिम दोनों पर लागू होगा। ट्राई की ओर से दूरसंचार विभाग को भेजे गए सुझाव पत्र में कहा गया कि प्रीपेड यूजर्स को मुआवजे के तौर पर वह सारा पैसा भी लौटना होगा जो वह सर्विस प्रोवाइडर को पहले ही भुगतान कर चुका है।
ट्राई ने किया एसएमएस सर्वे:
आपको बता दें कि इसके लिए ट्राई ने एक एसएमएस सर्वे कराया था जिसमें इन सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले लगभग आधे ग्राहकों ने बताया कि विदेश में इस तरह की सर्विस काम नहीं करतीं। सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार, ट्राई ऐसी कंपनियों के खिलाफ कड़े नियमों की सिफारिश कर तैयारी कर रहा है।
यह भी पढ़ें: