फ्लिपकार्ट और ईबे इंडिया अब होगी एक कंपनी, हुआ मर्जर
स्नैपडील के फ्लिपकार्ट के साथ मर्जर से इनकार करने के बाद अब फ्लिपकार्ट ने ईबे इंडिया के साथ पार्टनरशिप की है
नई दिल्ली (जेएनएन)। ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने ईबे इंडिया के साथ मर्जर ऑपरेशन्स को पूरा कर लिया है। इसके साथ ही इबे और फ्लिपकार्ट ग्रुप कंपनी अब से एक होंगी। फ्लिपकार्ट ग्रुप ने वैश्विक तकनीक की प्रमुख कंपनियों ईबे, टेनेंट और माइक्रोसॉफ्ट से 1.4 अरब डॉलर की कमाई करने के बाद इस डील की घोषणा अप्रैल में की थी। फ्लिपकार्ट में इक्विटी स्टेक के ट्रांसफर के लिए इबे ने 50 करोड़ डॉलर का नकद निवेश कर अपने बिजनेस को फ्लिपकार्ट को बेचा है।
यह घोषणा तब की गई जब एक दिन पहले ही स्नैपडील ने अपने बिजनेस को फ्लिपकार्ट को बेचने से मना कर दिया। स्नैपडील ने बताया कि दोनों पिछले 5 महीनों से विलय को लेकर बातचीत कर रहे थे। वहीं, फ्लिपकार्ट ने एक बयान में बताया कि कंपनी ईबे को ऑपरेट करेगी। साथ ही ईबे एक स्वतंत्र इकाई के तौर पर काम करेगी। कंपनी ने यह भी बताया कि उसे यह पार्टनरशिप इसलिए भी की है जिससे उसे सीमा पार व्यापार में मदद मिल पाए।
कंपनी ने बयान में बताया, “इस मर्जर से फ्लिपकार्ट यूजर्स को ईबे पर उपलब्ध अलग-अलग रेंज के प्रोडक्ट का भी ऑप्शन मिलेगा। वहीं, ईबे यूजर्स को फ्लिपकार्ट पर भारतीय प्रोडक्ट को खरीदने का ऑप्शन मिलेगा”। यह पार्टनरशिप फ्लिपकार्ट प्लेटफॉर्म के सेलर्स को अपनी बिक्री को बढ़ाने का अवसर देगी।
स्नैपडील ने फ्लिपकार्ट के साथ मर्जर से किया इनकार:
स्नैपडील ने विलय की बातचीत को बिना किसी अंजाम तक पहुंचाए ही खत्म कर दिया है। स्नैपडील ने कहा है कि वह बिना विलय के ही स्वतंत्र रास्ते पर आगे बढ़ना चाहती है। स्नैपडील के एक प्रवक्ता ने कहा, “स्नैपडील पिछले कुछ महीनों से स्ट्रैटिजिक ऑप्शन्स की तलाश में था। अब कंपनी ने स्वतंत्र रास्ता अख्तियार करने का फैसला किया। परिणामस्वरूप इसने सभी रणनीतिक बातचीत पर विराम लगा रही है”।
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