जीएसटी के बाद भी पुराने रेट पर बिक रहे हैं मोबाइल फोन!
कुछ विक्रेता पुराणी जीएसटी दरों पर मोबाइल फोन और गैजेट्स की बिक्री कर रहें हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश भर में 1 जुलाई से जीएसटी लागू कर दिया गया है। जिसके बाद कई चीजों की कीमतों में बदलाव हुआ है। लेकिन अभी भी कुछ छोटे मोबाइल फोन विक्रेता और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक रिटेलर्स पुरानी कीमतों में मोबाइल फोन्स की बिक्री कर रहे हैं। इकनोमिक टाइम्स में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक कई कंपनियों ने जीएसटी लागू होने से पहले अपने स्टॉक क्लियर करने के लिए काफी कम कीमतों में अपने सामानों की बिक्री की है। लेकिन देश भर के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक रिटेलर्स अभी भी पुराने प्री-जीएसटी दरों पर बैकडेटेड बिल जारी करके उत्पाद बेच रहे हैं।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि अभी कुछ दिनों तक बैकडेटेड बिलिंग जारी किए जा सकते हैं, जब तक की नए जीएसटी दरों के साथ नया स्टॉक बाजार में नहीं आ जाता।कंपनी ने क्या कहा?
एक प्रमुख कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल फोन निर्माता के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "बाजार में भ्रम है और सभी खुदरा विक्रेताओं अभी तक नए टैक्स सिस्टम में जाने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि उनके बैकएंड और बिलिंग सिस्टम को सॉफ्टवेयर अपडेट की आवश्यकता होती है।”
उन्होंने आगे बताया कि, ज्यादातर कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल स्टोर्स शनिवार से खाली हो चुकें हैं। ग्राहकों ने कीमतों में वृद्धि के डर से जीएसटी लागू होने के पहले ही खरीदारी कर ली थी।
विक्रेता बार्गेनिंग डील के तौर पर कर रहें हैं पेश:
टीवी, रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन और एयर कंडिशनर्स के लिए, पुराने टैक्सेशन सिस्टम के तहत प्रभावी टैक्स दर लगभग 26 प्रतिशत थी जिसमें सभी सेस शामिल हैं, जो अब जीएसटी के तहत 28 प्रतिशत तक बढ़ा है, साथ ही सभी कंपनियों ने 2-3 प्रतिशत की कीमत में वृद्धि का प्रस्ताव दिया है। इसलिए, बैकडेटेड बिलों पर बेचने वाले खुदरा विक्रेता इसे उपभोक्ताओं के लिए बार्गेनिंग डील के तौर पर पेश कर रहें हैं।
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