चेक का गलत इस्तेमाल रोकने को इस बैंक ने शुरू की खास सेवा
निजी क्षेत्र के एक बड़े बैंक ने एक खास सेवा शुरू की है जो कि चेक के गलत इस्तेमाल को रोकने में काफा हद तक कारगर होगी
नई दिल्ली (जेएनएन)। निजी क्षेत्र के बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने चेक के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए एक नई सेवा शुरू की है। बैंक ने इस सेवा का नाम ‘पॉजिटिव पे’ रखा है। इसके तहत बैंक ग्राहकों का चेक उसी स्थिति में क्लियर करेगा जब ग्राहक उससे जुड़ी जानकारी को साझा करेगा। वहीं अगर चेक के बैंक में जमा हो जाने के बाद ग्राहक की ओर से साझा की गई जानकारी के चेक में दर्ज जानकारी से अलग पाई गई तो चेक क्लियर नहीं किया जाएगा।
ग्राहक पॉजिटिव पे का लाभ आईसीआईसीआई बैंक की एप के जरिए उठा सकते हैं। इसके लिए किसी लाभार्थी को चेक देने से पहले बैंक की मोबाइल एप में पॉजिटिव पे मेन्यु पर टैप करें। इसके बाद इसमें चेक नंबर, तारीख, लाभार्थी का नाम और खाता संख्या जैसी जानकारी दर्ज कराएं। इन सब के बाद आपको चेक के दोनों साइड की फोटो खींचकर भेजनी होगी।
बैंक के पास जैसे ही ग्राहक का चेक पहुंचेगा, वह आपकी ओर से दी गई जानकारी को चेक की जानकारी से मिलाएगा। यदि जानकारी मेल खा जाती है तो चेक क्लियर कर दिया जाएगा। वहीं, जानकारी के मेल न खाने की स्थिति में इसे क्लियर नहीं किया जाएगा।
30 सितंबर के बाद अमान्य हो जाएंगे इन 6 बैंकों के चेक
देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने पांच पूर्व सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक के ग्राहकों से नई चेक बुक के आवेदन के लिए कहा है। बैंक ने ग्राहकों को तुरंत प्रभाव से नई चेक बुक का आवेदन करने के लिए इसलिए कहा है कि क्योंकि 30 सितंबर, 2017 के बाद पुराने बैंक के चेक और IFS कोड वैध नहीं होंगे। इन्हें अमान्य करार दिया जाएगा। एसबीआई ने ग्राहकों से कहा है कि नई चेक बुक के लिए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम या फिर शाखा में जाकर तुरंत आवेदन कर लें।
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