साइबर अटैक से प्रभावित टॉप देशों में आठवें स्थान पर है भारत: रिपोर्ट
रिपोर्ट में बताया गया है कि यूनिक आईपी एड्रेस के जरिए मिस्त्र में सबसे ज्यादा साइबर अटैक किए गए है जो वैश्विक तौर पर 32 फीसद है
नई दिल्ली (जेएनएन)। वेब एप्लीकेशन अटैक से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत आठवें स्थान पर है। साथ ही सोर्स देशों में भारत का स्थान पांचवा है। इन देशों पर अब तक करीब 12 मिलियन हमले हो चुके हैं। इस बात की जानकारी आईटी कंपनी Akamai टेक्नोलॉजी ने अपनी हाल ही जारी की गई एक रिपोर्ट में दी है। Akamai की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में वैश्विक रूप से कुल डिस्ट्रिब्यूड डेनियल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) हमलों में 28 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। तीन तिमाही में लगातार गिरावट के बाद इस बढ़ोतरी का जिम्मेदार 'PBot' मैलवेयर है जो सबसे मजबूत DDoS अटैक के रुप में उभरा है।
क्या है Akamai का कहना?
Akamai के वरिष्ठ सिक्योरिटी एडवोकेट मार्टीन मैककेई ने कहा, “मीराई बॉटनेट, WannaCry, पेट्या और SQLi के लगातार बढ़ते अटैक्स और PBot के फिर से उभरने जैसी घटनाओं से यह पता चलता है कि हैकर्स न सिर्फ नए टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं बल्कि उन सभी पुराने तरीकों को भी दोबारा अपना रहे जो काफी प्रभावी रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि यूनिक आईपी एड्रेस के जरिए मिस्त्र में सबसे ज्यादा साइबर अटैक किए गए है जो वैश्विक तौर पर 32 फीसद है। साथ ही यह भी बताया गया कि DDoS अटैक की फ्रीक्वेंसी में इजाफा हुआ है। जबकि अटैक में इस्तेमाल किए गए आईपी एड्रेस की संख्या में 98 फीसद की गिरावट आई है। एक गेमिंग कंपनी पर 558 बार अटैक किया गया है। औसत तौर पर प्रतिदिन 6 हमले कंपनी पर किए गए हैं।
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