कैमरा खरीदने से पहले ध्यान रखिए ये 5 बातें, मिलेगी बढ़िया डील
कोई भी नई चीज खरीदने से पहले उससे जुड़ी जरुरी बातों या फीचर्स को जान लेना अहम है। इसी तरह कैमरा लेने से पहले भी इन बातों का ख्याल रखना आवश्यक है
नई दिल्ली (जेएनएन)। स्मार्टफोन ने जब से बेसिक कैमरा का रोल निभाना शुरू किया है, तब से प्वाइंट एन्ड शूट कैमरा का मार्किट टूट गया है। भारत में कारोबार करने वाली कंपनी ओप्पो तो 50MP कैमरा स्मार्टफोन मार्किट में ला चुकी है। इसी कारण अब स्मार्टफोन के बाद SLR कैमरे का चलन बढ़ा है।
क्या है SLR कैमरा:
SLR यानि सिंगल लेंस रिफ्लेक्ट तकनीक से लैस कैमरे अब लोगों की पसंद बन रहे हैं। लोग बेहतर पिक्चर क्वालिटी या फिर प्रोफेशनल फोटोग्राफी के लिए इस तरह के कैमरों का प्रयोग कर रहे हैं।
तो अगर आप भी आने वाले समय में कैमरा लेने की योजना बना रहे हैं तो कुछ चीजें हैं जिनका ध्यान रखना जरुरी है। ये जानना भी जरुरी है की कैमरे में किस टेक्नोलॉजी को चेक करें। ऐसे कौन-से फीचर हैं जो कैमरे में होने जरुरी है। फोटोग्राफी या बेहतर पिक्चर के लिए आपको किस तरह का कैमरा लेना चाहिए? यूं तो कैमरे का लेंस ही बॉस होता है, लेकिन उसके अलावा भी कुछ चीजें हैं जिनका ध्यान रखना जरुरी है:
मेगापिक्सल:
मेगापिक्सल पिक्चर को बड़ी करते वक्त उसकी क्वालिटी खराब ना हो, इसका ध्यान रखता है। किसी भी कैमरे का मेगापिक्सल जितना ज्यादा होगा, मतलब की उसकी पिक्चर को उतना ही बड़ा किया जा सकेगा। बड़ा करने पर पिक्चर क्वालिटी खराब नहीं होगी। ध्यान रखें की ज्यादा मेगापिक्सल का मतलब यह नहीं है की आपका कैमरा अच्छी पिक्चर क्लिक करेगा।
आईएसओ:
कैमरे का आईएसओ चेक कर लेना भी जरुरी है। आईएसओ कैमरे के सेंसर को कंट्रोल करता है। आईएसओ कम रौशनी में बेहतर पिक्चर लेने में मदद करता है। तो किसी कैमरे का आईएसओ जितना ज्यादा होगा, वह कम रौशनी में बिना फ्लैश की मदद के उतनी ही बेहतर पिक्चर लेने में सक्षम होगा। अगर आप फोटोग्राफी के लिए कैमरा ले रहे हैं तो 1600 या उससे अधिक आईएसओ का कैमरा लें। मार्किट में आईएसओ 25000 से 1,02,000 तक के कैमरे भी उपलब्ध हैं।
लेंस:
अच्छी पिक्चर लेने के लिए लेंस की बड़ी भूमिका होती है। आपके पास जितनी बेहतर क्वालिटी का लेंस होगा, आप उतनी ही बेहतर पिक्चर्स ले पाएंगे। मेगापिक्सल कम होने पर भी अगर लेंस अच्छा हो तो फोटोज अच्छी आएंगी। SLR कैमरा में एक्स्ट्रा लेंस लगाने का भी विकल्प होता है।
इमेज स्टेबलाइजेशन:
अगर आप कैमरे से वीडियो लेना चाहते हैं और आपके पास ट्राइपॉड नहीं है। या ऐसी कंडीशन नहीं है जहां आप कैमरे को एक जगह टिका सकें तो वहां यह तकनीक काम आती है। अगर आपके कैमरे में यह तकनीक है तो वीडियो में थोड़ी बहुत हलचल होने पर भी आपकी फुटेज पर इसका असर नहीं पड़ेगा।
रॉ:
कैमरे से आप जो पिक्चर्स लेते हैं वो दो फॉर्म में सेव होती हैं। पहला JPEG और दूसरा RAW। फोटो में अगर आप कुछ बदलाव करना चाहते हैं तो रॉ फोटो ही काम आती है। JPEG में पिक्चर्स को एडिट नहीं किया जा सकता है। इसी के साथ JPEG में बदलाव करने से फोटो क्वालिटी भी खराब होती है।
यह भी पढ़ें:
यह नई तकनीक इंटरनेट को बना देगी सुपरफास्ट, जानें इसके बारे में