लेनोवो को मोबाइल बिजनेस में बड़ा घाटा, अब हाई-एंड मार्किट में रहेगा फोकस
लेनोवो अपने मोटो ब्रांड के तहत अग्रणी मॉडलों पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है
नई दिल्ली (जेएनएन)। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी का खिताब मोटोरोला से उस वक्त छिन गया था, जब तीन साल पहले इसे लेनोवो द्वारा अधिग्रहण किया गया। लेकिन अब चीनी कंपनी लेनोवो ग्रुप लिमिटेड स्मार्टफोन बिजनेस में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कोशिशों में जुटी हुई है। हालांकि कंपनी अपने स्मार्टफोन के कारोबार में काफी मशक्कतें करने के बाद भी सफल न होने पर अपने स्मार्टफोन बिजनेस को बंद करने की सोच रही है। आपको बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी पीसी निर्माता कंपनी HP के साथ लेनोवो की प्रतियोगिता चल रही है जिसके चलते लेनोवो का मार्च में मुनाफा हुआ।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्मार्टफोन निर्माता कंपनी लेनोवो ने मोटोरोला को कुछ सालों पहले खरीद लिया था। जिसके बाद मोटोरोला ब्रांड के सभी स्मार्टफोन लेनोवो ब्रांड के नाम के साथ पेश होने लगी। हालांकि कंपनी के स्मार्टफोन्स मार्किट में कुछ चमत्कार नहीं कर सकी। इसी के तहत लेनोवो अपने स्मार्टफोन बिजनेस में कुछ बड़े बदलाव करने जा रहा है। जिसमें कंपनी अपने लेनोवो ब्रांड नाम से फोन का प्रोडक्शन बंद कर सकता है। यानि की अब केवल मोटोरोला ब्रांड से ही स्मार्टफोन्स का निर्माण किया जाएगा।
खबरों की मानें तो, भविष्य में भारत में इन दोनों ब्रांड के स्मार्टफोन्स पेश हो सकते हैं। इसके साथ ही भारत में लेनोवो, मोटोरोला और अपने खुद के ब्रांड के फोंस की बिक्री जारी रखेगा।
हांगकांग में हुए एक प्रेस कांफ्रेंस में गुरुवार को लेनोवो के चेयरमेन Yang Yuanqing ने मोबाइल कारोबार के बारे में कहा, "हमारी रणनीति परिपक्व बाजारों को प्राथमिकता देना है, जिसको ब्रांडों और नए उत्पादों की जरूरत है, जबकि उभरते बाजारों में दक्षता की जरूरत है"।