आधार कार्ड से लिंक नहीं कराया नंबर तो होगा बंद, माना जाएगा गैर कानूनी
अपने मोबाइल नंबर को आगे भी जारी रखने के लिए यूजर्स को आधार से अपना नंबर लिंक कराना होगा
नई दिल्ली। कुछ महीनों पहले टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने नए दिशानिर्देश जारी किये थे। नियामक की ओर से जारी किए गए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि मोबाइल सिम कार्ड, ब्रॉडबैंड और फिक्स लाइन फोन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य होगा। गौरतलब है कि फरवरी महीने में ही केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि एक साल के भीतर देश के सभी सिम कार्ड को आधार से जोड़ दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि वह एक ऐसी प्रणाली ला रही है जिसके जरिए मोबाइल सिम को भी आधार से जोड़ा जा सकेगा।
एयरटेल और आइडिया ने शुरू की प्रोसेस:इसी निर्देश के अंतर्गत एयरटेल और आइडिया ने अपने कस्टमर्स को मैसेज भेजना शुरू कर दिया है। इस मैसेज में कंपनी अपने ग्राहकों को उनका नंबर आधार से जोड़ने के लिए कह रही हैं। इसी के साथ कंपनियां अपने स्टोर के जरिये भी इस मैसेज को लोगों तक पहुंचा रही है।
टेलिकॉम ऑपरेटर्स को मिल रहा नोटिस:
टेलिकॉम ऑपरेटर्स को नोटिस जारी किया गया है जिसमे कहा गया है की देश के सभी नम्बरों को e-KYC प्रक्रिया के जरिए वेरीफाई करना जरुरी है। अगर किसी का नंबर वेरीफाई नहीं होगा या आधार कार्ड से लिंक नहीं होगा तो वह 6 फ़रवरी 2018 के बाद गैरकानूनी माना जाएगा।
सिम कार्ड का ई-केवाईसी जरूरी:
ट्राई के नए नियमों के मुताबिक अब हर सिमकार्ड के लिए ई-केवाईसी भी जरूरी होगा। अब न सिर्फ नई मोबाइल सिम बल्कि मौजूदा सभी मोबाइल सब्सक्राइबर्स का ई-केवाईसी वेरिफिकेशन जरूरी होगा। ई-केवाईसी के जरिए एक ही अड्रेस पर पूरे देश में सिम हासिल किया जा सकेगा। इतना ही नहीं ईकेवाईसी की मदद से सिम कार्ड में फर्जीवाड़े को भी रोका जा सकेगा।
कैसे करें आप अपना नंबर आधार से लिंक?
जैसे ही आपके पास अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करने का मैसेज आए:
1- अपने ऑपरेटर के किसी भी नजदीकी स्टोर पर जाकर आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी उन्हें दे दें।
2- इसके उपरान्त आपके पास एक वैरिफिकेशन कोड आएगा। इसे कंफर्म कर दें।
3- इस प्रोसेस के बाद आपको अपना फिंगरप्रिंट वैरिफाई कराना होगा।
4- महज इन तीन स्टेप्स में आपका आधार मोबाइल से लिंक हो जाएगा और 24 घंटे के अंदर आपको मैसेज मिल जाएगा।
CJI ने कहा था मोबाइल सिम कार्ड रखने वालों की पहचान जरूरी:
देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन को प्रोत्साहित किए जाने के मुद्दे पर मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया) जस्टिस खेहर ने कहा था कि मोबाइल सिम कार्ड रखनने वालों की भी पहचान काफी अहम है, क्योंकि ऐसा न होने की सूरत में धोखाधड़ी से संभावनाएं तेज होती हैं। उन्होंने सरकार से कहा था कि जल्द ही पहचान करने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
यह भी पढ़ें: