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मोबाइल वॉलेट बाजार बढ़ेगा 141 प्रतिशत की दर से,2021-22 में होगा 30,000 करोड़ रुपये

एसोसिएसटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया तथा शोध कंपनी आरएनसीओएस ने एक अध्यियन किया है

By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Tue, 22 Nov 2016 06:30 PM (IST)
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नई दिल्ली। एसोसिएसटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया तथा शोध कंपनी आरएनसीओएस ने एक अध्यियन किया है। इसके अनुसार देश का मोबाइल वॉलेट बाजार सालाना 141 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2021-22 तक 30,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। इसमें यह भी कहा गया है की 2015-16 से 2021-22 के दौरान मोबाइल वॉलेट क्षेत्र मुख्य रूप से स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल, मोबाइल इंटरनेट पहुंच बढ़ने, ई-कॉमर्स क्षेत्र की वृद्धि तथा खर्च योग्य आय बढ़ने की वजह से आगे बढ़ेगा।

एम-वॉलेट बाजार के आंकड़ें:

देश का एम-वॉलेट बाजार 2015-16 में 154 करोड़ रुपये था। अब यह पूर्वानुमान लगाया जा रहा है की देश में एम-वॉलेट लेनदेन 2015-16 से 2021-22 तक सालाना 154 प्रतिशत की दर से बढ़कर 20,600 करोड़ रुपये से 55 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। इसमें कहा गया है कि एम-वॉलेट लेनदेन कैशलेस भुगतान का सबसे तेजी से बढ़ता तरीका है। ऐसा अनुमान है कि अगले दस साल में ज्यादातर लेनदेन कैशलेस हो जाएगा।

इटपो ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के लिए मोबाइल एप बनाया:

वाणिज्य मंत्रालय के तहत कार्य करने वाले भारत व्यापार संवर्द्धन संगठन (इटपो) ने प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले के लिए एक मोबाइल एप का विकास किया है जिसमें मेले से जुड़ी सारी जानकारी उपलब्ध है। इटपो ने व्यापार मेला-2016 के लिए प्रयोग करने में आसान एक मोबाइल एप का विकास किया है।

इस एप में प्रदर्शकों, आम जानकारी, खोज करने की सुविधा, मानचित्र सुविधा और हॉलों इत्यादि सभी की जानकारी उपलब्ध है। मेले की इस एप को सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत विकसित किया गया है। इसके अलावा इटपो ने डिजिटल इंडिया के तहत पहली बार ऑनलाइन दुकान बुकिंग की सुविधा भी इसी साल से शुरू की है।