क्वॉलकॉम ने कहा, भारत में सुरक्षित नहीं हैं ई-वॉलेट और बैंकिग एप
जहां एक तरफ केंद्र सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है, वहीं, दूसरी तरफ ई-वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग पर खतरा मंडरा रहा है
नई दिल्ली। जहां एक तरफ केंद्र सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है, वहीं, दूसरी तरफ ई-वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग पर खतरा मंडरा रहा है। चिपसेट मेकर कंपनी क्वालकॉम के मुताबिक, भारत में कोई भी मोबाइल एप सुरक्षित नहीं है। कंपनी ने बताया है कि भारत में कोई भी ई-वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग एप हार्डवेयर लेवल सिक्योरिटी का इस्तेमाल नहीं करता है। ये सिक्योरिटी ऑनलाइन लेन-देन को ज्यादा सुरक्षित रखने में मदद करती है।
क्वालकॉम का क्या है कहना?क्वालकॉम के सीनियर डायरेक्टर प्रोडक्ट मैनेजर ने बताया कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में ज्यादातर बैंकिंग और वॉलेट एप्स हार्डवेयर सिक्योरिटी का इस्तेमाल नहीं करते हैं। सभी कंपनियां पूरी तरह से एंड्रायड मोड पर ही काम करती हैं। ऐसे में यूजर्स का पासवर्ड आसानी से चुराया जा सकता है। यही नहीं, यूजर्स के फिंगरप्रिंट्स भी कैप्चर किए जा सकते हैं।
आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद से देश में मोबाइल पेमेंट कंपनियों के बिजनेस में भारी उछाल आया है। इतना ही नहीं, पहले से घाटे में चल रही देश की सबसे बड़ी ई-वॉलेट कंपनी पेटीएम से लेन-देन में भी काफी इजाफा हुआ है। इसके अलावा मोबीक्विक और फ्रीचार्ज जैसी ई-वॉलेट कंपनियों के यूजर्स में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। कंपनियां अपने प्रमोशन के लिए कई ऑफर्स भी लॉन्च कर रही हैं।
कंपनियां दे रही ऑफर?
पेटीएम और फ्रीचार्ज ने अलग-अलग सेल का एलान किया है। इसके तहत अगर यूजर खरीदारी के लिए डिजिटल वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें 100 प्रतिशत कैशबैक दिया जाएगा। पेटीएम ने 12/12 कैशफ्री फेस्टिवल का एलान किया है। वहीं, दूसरी तरफ फ्रीचार्ज ने एक टू-डे कैशबैक सेल की घोषणा की है, जिसके तहत ग्राहक फ्रीचार्ज वॉलेट का इस्तेमाल कर दिन में दो ट्रांजेक्शन पर 100 फीसदी का फ्लैट कैशबैक पा सकते हैं। आपको बता दें कि इन ऑफर्स का लाभ लेने के लिए ग्राहक को पूरा पेमेंट वॉलेट से ही करना होगा।