टीचर्स डे के मौके पर जानें इन टूल्स के बारे में, करेंगे शिक्षकों का काम आसान
टीचर्स डे के मौके पर जानें कुछ ऐसे ही टूल्स के बारे में, जो हो सकती है आपके लिए मददगार
नई दिल्ली(जेएनएन)| आजकल एजुकेशन के क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल होने लगा है। टीचर्स के लिए भी कई ऐसे टूल्स आ गए हैं, जिनसे वे स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए बेहतर तरीके से तैयारी कर सकते हैं। टीचर्स डे के मौके पर जानें कुछ ऐसे ही टूल्स के बारे में, जो असल में हैं टीचर्स के लिए उपयोगी:
एमेज
टीचर इस टूल का इस्तेमाल खूबसूरत प्रजेंटेशन तैयार करने के लिए कर सकते हैं। यह इस्तेमाल करने में भी आसान है। एक ही प्रजेंटेशन में अलग-अलग चीजों को समाहित कर स्टूडेंट्स को बेहतर तरीके से किसी सब्जेक्ट को समझा सकते हैं। टीचर के साथ स्टूडेंट्स भी इसका इस्तेमाल अलग-अलग टॉपिक्स से संबंधित प्रजेंटेशन बनाने और नॉलेज को प्रदर्शित करने के लिए कर सकते हैं। अच्छी बात यह है कि टीचर स्टूडेंट्स के प्रजेंटेशन प्रोग्रेस को ट्रैक कर सकते हैं। यह टूल मल्टीपल डिवाइस को सपोर्ट करता है। प्रजेंटेशन को कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट या फिर स्मार्टफोन पर देखने के साथ उसे एडिट भी कर सकते हैं। क्लाउड बेस्ड प्रजेंटेशन सॉफ्टवेयर की वजह से इसे कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है। इस्तेमाल करने के लिए फेसबुक या फिर जीमेल एकाउंट से लॉगइन करना होगा।
www.emaze.com
प्लानबोर्ड
अगर टीचर अलग-अलग क्लास में भिन्न सब्जेक्ट पढ़ाते हैं, तो उनके लिए यह प्रोडक्टिव टूल उपयोगी साबित हो सकता है। प्लानबोर्ड की मदद से टीचर अलग-अलग क्लास के लिए लेसंस प्लान बनाने के साथ-साथ टाइम टेबल भी तैयार कर सकते हैं। टेक्स्ट एडिटर की मदद से बुलेट लिस्ट और अलग-अलग सेक्शंस बना सकते हैं। इसमें टेक्स्ट के साइज को बढ़ाने और कलर फॉर्मेट करने की सुविधा भी है। इससे इन्फॉर्मेशन को खोजना ज्यादा आसान हो जाएगा। क्लास के दौरान अगर बाहरी रिसोर्स की जरुरत पड़ती है, तो यहां सब्जेक्ट से रिलेटेड वीडियो और फाइल के लिंक को अटैच किया जा सकता है। यह एंड्रॉयड और आइओएस डिवाइस के लिए उपलब्ध है।
www.chalk.com/planboard
राइट एबाउट
क्लासरुम में कई ऐसे स्टूडेंट्स भी होते हैं, जिनकी राइटिंग में रुचि नहीं होती है। टीचर ऐसे स्टूडेंट्स के लिए राइट एबाउट टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी मदद से स्टूडेंट्स क्लासरुम से बाहर अपने पसंदीदा टॉपिक्स पर डिजिटली लिख सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म की खासियत है कि स्टूडेंट्स को तुरंत फीडबैक भी मिलता है। यहां पर वे अपने कार्य को पब्लिश भी कर सकते हैं। टीचर यहां स्टूडेंट्स के विचारों को मेंटर कर सकते हैं और उन्हें सलाह भी दे सकते हैं। इसमें यूनिट्स ऐंड लेसंस, फ्री च्वाइस ऐंड क्रिएटिव राइटिंग, जर्नलिंग ऐंड क्विक राइट्स, कंटेंट एरिया राइटिंग, राइटिंग असाइनमेंट, प्रोजेक्ट ऐंड पोर्टफोलियोज, स्टोरी टेलिंग जैसे टूल्स भी दिए गए हैं। इसे फ्री में साइन-इन किया जा सकता है।
www.writeabout.com
प्लेगस्कैन
आज ऐसे स्टूडेंट्स की कमी नहीं है, जो अपना ऑरिजनल वर्क नहीं करते हैं और इसमें दूसरे सोर्स की मदद लेते हैं या फिर कॉपी-पेस्ट करते हैं। टीचर भी कई बार पकड़ नहीं पाते हैं कि स्टूडेंट्स ने ऐसा किया भी होगा, लेकिन इस टूल की मदद से टीचर पता लगा सकते हैं कि स्टूडेंट्स द्वारा किया गया कार्य ऑरिजनल है या नहीं। इस टूल का इस्तेमाल करना भी आसान है। इसे इस्तेमाल करने के लिए लॉग-इन करना होगा।
www.plagscan.com
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