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कॉल ड्रॉप मामले को लेकर एयरेटल और जिओ के बीच छिड़ी जंग, दोनों ने लगाए एक दूसरे पर आरोप

कॉल कनेक्टिविटी को लेकर एयरटेल और जिओ एक बार फिर आमने-सामने आ गई हैं

By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 08 Feb 2017 12:30 PM (IST)
कॉल ड्रॉप मामले को लेकर एयरेटल और जिओ के बीच छिड़ी जंग, दोनों ने लगाए एक दूसरे पर आरोप

नई दिल्ली। कॉल ड्रॉप मामले को लेकर देश की दो बड़ी टेलिकॉम कंपनियां भारती एयरटेल और रिलायंस जिओ एक बार फिर आमने-सामने आ गई हैं। एयरटेल ने दावा किया है कि उसने जिओ को पर्याप्त प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्ट यानि POI मुहैया करा दिया गया है और जिओ इसे ठीक तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। इसी बीच जिओ ने भी एयरटेल पर पलटवार करते हुए कहा है कि एयरटेल सभी को गुमराह कर रहा है। जिओ के मुताबिक, एयरटेल उसे जरूरी POI नहीं दे रही है, जिसके चलते कॉल ड्राप होने का सिलसिला 53.4 फीसदी पर पहुंच गया है।

एयरटेल ने लगाए जिओ पर POI इस्तेमाल न करने का आरोप: भारती एयरटेल ने मुताबिक, उसने जिओ को जरुरी POI दिए हैं। ये POI जिओ को उसके द्वारा दिए गए कस्टमर ग्रोथ प्रोजेक्शन को ध्यान में रखकर दिए गए हैं। आपको बता दें कि एयरटेल ने जिओ को 19 करोड़ यूजर्स के लिए POI दिए हैं, जो कि कंपनी के मौजूदा 7.25 करोड़ यूजर्स से दोगुने हैं। ऐसे में एयरटेल ने कहा है कि जिओ को दिए जा रहे पीओआई का वह बेहतर तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पा रही है।

जिओ के नेटवर्क में है दिक्कत: एयरटेल ने कहा है कि रिलायंस जिओ अपने नेटवर्क में आ रही दिक्कतों को दबाने की कोशिश कर रही है। एयरटेल पिछले 5-6 महीनों से ट्राई के टैरिफ ऑर्डर के अनुसार जिओ को POI दे रही है, जिसके चलते भारी मात्रा में इनकमिंग कॉल्स की जा रही हैं। ऐसे में एयरटेल की सर्विस पर असर पड़ रहा है। एयरटेल ने जिओ के फ्री ऑफर्स को भी ट्रैफिक में दिक्कत के लिए जिम्मेदार बताया है। एयरटेल ने कहा है कि जिओ के फ्री ऑफर के चलते टर्मिनेशन चार्ज पर खर्चा काफी ज्यादा बढ़ गया है। आपको बता दे कि मौजूदा टर्मिनेशन चार्ज 14 पैसे है, जो कि आने वाले असल खर्चे से काफी कम है। इसकी वजह से कंपनी को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

जिओ ने कहा, गुमराह कर रही एयरटेल:
जिओ ने एयरटेल के सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। जिओ के मुताबिक, एयरटेल POI से लोगों को गुमराह कर रही है। एयरटेल जिओ को पर्याप्त POI मुहैया नहीं करा रही है। इसकी वजह से 53.4 फीसदी लॉन्ग डिस्टेंस कॉल फेल हो रही हैं। जिओ ने कहा कि हर दिन 2.6 करोड़ से ज्यादा कॉल फेल हो रही हैं, जबकि ट्राई के नियमों के मुताबिक यह 0.5 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए।