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नए यूजर जोड़ने के मामले में एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन से आगे जियो

देश की तीन दिग्गज टेलिकॉम कंपनियों के मुकाबले जियो के एक्टिव यूजर्स में बढ़ोतरी हुई है

By Joyeeta BhattacharyaEdited By: Updated: Thu, 17 Aug 2017 07:14 PM (IST)
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नए यूजर जोड़ने के मामले में एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन से आगे जियो

नई दिल्ली (जेएनएन)। मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने जून महीने में 43 लाख एक्टिव यूर्जस को अपने साथ जोड़ा है। विश्लेषकों के मुताबिक, देश के तीन सबसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल, वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर कंपनियों को जियो ने पीछे छोड़ दिया है। जहां जियो के जून महीने में 43 लाख एक्टिव यूजर थे। वहीं, वोडाफोन, अाइडिया और एयरटेल इन तीनों कंपनियों की कुुल संख्या केवल 13 लाख ही थी।

एक्टिव संख्या में आई गिरावट:

ICICI सिक्योरिटीज ने कहा, ये तीन शीर्ष ऑपरेटर ने जून महीने में 13 लाख एक्टिव यूजर को अपने साथ जोड़ा जबकि पिछले 6 महीनों में इनकी संख्या हर महीनें 51 लाख तक थी। ICICI सिक्योरिटीज ने आगे बताया कि टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा जून के सबस्क्राइब्रर डाटा का विश्लेषण किया गया है।

‘विजिटर लोकेशन रजिस्टर’ या VLR डाटा के मुताबिक, जून में जियो के 43 लाख एक्टिव यूजर रहे जबकि मई के 87 लाख एक्टिव यूजर की तुलना में काफी कम है। इससे इसकी गिरावट को साफ देखा जा सकता है। VLR एक मीट्रिक है जो एक नेटवर्क पर सक्रिय रूप से मोबाइल सेवाओं का उपयोग कर रहे ग्राहकों की वास्तविक संख्या को बताती है।

93 लाख हुए एक्टिव सब्सक्राइबर:

जून महीने में कंपनी के एक्टिव सबस्क्राइबर 93 लाख बढ़ गए। इसके विपरीत, जून में देश की दिग्गज टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल के एक्टिव यूजर महीने दर महीने के आधार पर 3 बीपीएस थी, जबकि वोडाफोन इंडिया और आइडिया के क्रमशः 9 बीपीएस और 2 बीपीएस थे।

ब्रोकरेज सिटी रिसर्च ने बताया कि, एक्टिव सब्सक्राइबरों में जियो का अनुपात मेट्रो या A सर्किलों की तुलना में कैटेगरी B और C सर्किलों में अधिक रहा। ICICI सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने सिटी के दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए कहा कि जियो के एक्टिव यूजर के आधार में “महत्वपूर्ण मेट्रो और कैटेगरी A सर्किलों में केवल 67.9 प्रतिशत और अपने कुल ग्राहकों का 75 प्रतिशत था।

जियो के कुल ग्राहकों में से दिल्ली, मुंबई और आंध्र प्रदेश में 67 प्रतिशत, 68 प्रतिशत और 75 प्रतिशत एक्टिव सबस्क्राइबर हैं। वहीं महाराष्ट्र सर्कल में एक्टिव सबस्क्राइबर के 85 प्रतिशत है।