स्नैपडील और फ्लिपकार्ट मर्जर की बातचीत पर लगा विराम, आर्थिक हालात मजबूत करेगा स्नैपडील
स्नैपडील ने फ्लिपकार्ट से मर्जर की बात को खत्म कर दिया है। अब कंपनी अपने आर्थिक हालात को मजबूत करने पर काम करेगी
नई दिल्ली (जेएनएन)। ई-कॉमर्स वेबसाइट स्नैपडील और फ्लिपकार्ट के विलय को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, स्नैपडील ने विलय की बातचीत को बिना किसी अंजाम तक पहुंचाए ही खत्म कर दिया है। स्नैपडील ने कहा है कि वह बिना विलय के ही स्वतंत्र रास्ते पर आगे बढ़ना चाहती है। स्नैपडील के एक प्रवक्ता ने कहा, “स्नैपडील पिछले कुछ महीनों से स्ट्रैटिजिक ऑप्शन्स की तलाश में था। अब कंपनी ने स्वतंत्र रास्ता अख्तियार करने का फैसला किया। परिणामस्वरूप इसने सभी रणनीतिक बातचीत पर विराम लगा रही है”।
अपने आर्थिक हालात ठीक करेगा स्नैपडील:आपको बता दें कि दोनों कंपनियों के बीच विलय की बातचीच पिछले 6 महीनों से चल रही थी। स्नैपडील 900 से 950 बिलियन डॉलर यानि करीब 57737 से 60928 अरब रुपये में फ्लिपकार्ट को अपना बिजनेस बेचने के बारे में चर्चा कर रही थी। स्नैपडील का कहना है कि वो अपनी कुछ ऐसी संपत्तियों को बेचेगा जो ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। इससे वो अपने आर्थिक हालात को ठीक करेगा। स्नैपडील के सबसे बड़े निवेशक जापान के सॉफ्टबैंक ने कहा है कि अगर दोनों कंपनियों के बीच यह डील हो जाती तो यह भारतीय ई-कॉमर्स सेक्टर का सबसे बड़ा अधिग्रहण होता।
फ्रीचार्ज खरीदेगा एक्सिस बैंक:
देश का दिग्गज बैंक एक्सिस बैंक ई-कॉमर्स वेबसाइट स्नैपडील से फ्रीचार्ज को खरीद रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसे खरीदने के लिए एक्सिस बैंक 385 करोड़ रुपए चुकाने जा रहा है। साथ ही बुधवार को भारतीय ऑनलाइन बाजार की प्रमुख कंपनी स्नैपडील ने फ्लिपकार्ट की ओर से पेश किए गए 900 से 950 मिलियन डॉलर पेशकश पर हामी भर दी है। अब स्नैपडील के शेयरधारकों की ओर से इस डील को मंजूरी दिया जाना बाकी है।