जल्द ही जियो बढ़ाएगा रेट, बाकी कंपनियां भी करेंगी घाटे की भरपाई: रिपोर्ट
जियो के यह डिस्काउंट अपने अंतिम चरण में हैं और आगामी 12 से 18 माह के अंदर यह कंपनी कमाई के बारे में सोचना लगेगी
नई दिल्ली (नई दुनिया)। टेलिकॉम सेक्टर में रिलासंय जियो की एंट्री के बाद से जबरदस्त प्राइस वार छिड़ा है। कंपनियोंं में सस्ता डाटा और फ्री कॉल्स की होड़ मची है। हालांकि एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स की मानें तो अब ज्यादा समय तक ऐसा नहीं चल पाएगा। यानी एक समय के बाद सभी कंपनियां अपनी दरें बढ़ा देंगी। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के क्रेडिट एनेलिस्ट आशुतोष शर्मा के मुताबिक, जियो ने भारी डिस्काउंट के जरिए भारत के 10 फीसदी सब्सक्रायबर बेस पर कब्जा जमा लिया है, लेकिन यह छूट हमेशा नहीं बनी रह सकती।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जियो के यह डिस्काउंट अपने अंतिम चरण में हैं और आगामी 12 से 18 माह के अंदर यह कंपनी कमाई के बारे में सोचना लगेगी। मालूम हो, रिलायंस जियो की एंट्री के बाद आशंका जताई गई है कि वित्तीय वर्ष 2018 में टेलिकॉम इंडस्ट्री की कमाई में 5 से 10 फीसदी की गिरावट दर्ज हो सकती है।
फिर भी इंटरनेट सुविधा नहीं:
इस बीच एक और खुलासा हुआ है कि पिछले 8 महीनों में भारत में मोबाइल डाटा यूसेज में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसके बावाजूद 56 फीसद स्मार्टफोन यूजर्स के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है। यह बात ट्रू बैलेंस मोबाइल एप की रिपोर्ट में सामने आई है।
इसमें बताया गया है कि भारत में डाटा कनेक्टिविटी आज भी काफी खराब है जिसके चलते यूजर्स इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर पाते। ट्रू बैलेंस के डाटा एनालिसिस के जनरल डायरेक्टर एलेक्स सूह ने कहा, “हमने देखा कि पूरे भारत में इंटरनेट कनेक्शन काफी खराब हैं और नेटवर्क कवरेज (लोकेशन के मुताबिक) में यूजर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी के चलते मोबाइल डाटा यूसेज बढ़ने के बावजूद भी अभी भी यूजर्स इंटरनेट इस्तेमाल करने में असमर्थ हैं।”
पिछले साल के मुकाबले इस साल डाटा कनेक्टिविटी में काफी सुधार आया है। हालांकि, अभी भी खराब नेटवर्क और कनेक्टिविटी की मुख्य वजह को ढूंढने की संभावना है जिससे इसे और बेहतर किया जा सके। रिपोर्ट में बताया गया कि टेलिकॉम ऑपरेटर्स के प्राइस वार के चलते पिछले 8 महीनों में भारत में मोबाइल डाटा यूसेज में 4 गुना की बढ़ोतरी हुई है। कंपनियों ने कई प्लान्स लॉन्च किए हैं जो कम कीमत में ज्यादा डाटा ऑफर कर रहे हैं।
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