यह नई तकनीक इंटरनेट को बना देगी सुपरफास्ट, जानें इसके बारे में
हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी मुहैया कराने के लिए वैज्ञानिकों ने एक नया हार्डवेयर तैयार किया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। इंटरनेट स्पीड का अचानक से स्लो हो जाना एक आम समस्या बन चुकी है। कई बार तो इंटरनेट स्पीड 30 फीसद तक कम हो जाती है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो जल्द ही आपको इससे निजात मिल सकती है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने एक नया हार्डवेयर बनाया है जो लगातार हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी मुहैया करा सकता है।
जानें इस नई तकनीक के बारे में:रिसर्चर्स की मानें तो यह नई तकनीक इंटरनेट की स्पीड को 10000 मेगाबाइट प्रति सेकेंड कर सकता है। इसके लिए ज्यादा कीमत चुकाने की भी जरुरत नहीं होगी। नेचर कम्यूनिकेशन में प्रकाशित स्टडी के मुख्य रिसर्चर Sezer Erkilinc (यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन) ने बताया, “वर्ष 2025 तक अल्ट्रा-हाई डेफिनेशन वीडियो और ऑनलाइन गेमिंग जैसे कामों के लिए औसत इंटरनेट स्पीड मौजूदा स्पीड की 100 गुना चाहिए होगी।” साथ ही यह भी बताया कि भविष्य में मोबाइल डिवासेज की संख्या में इजाफा होगा जो 5जी सर्विसेज को सपोर्ट करेंगी। ऐसे में आगे जाकर बैंडविड्थ प्रतिबंधों का अनुभव होने की काफी संभावना है। हमारी नई ऑप्टिकल रिसीवर तकनीक इस परेशानी से निजात पाने में मदद करेगी।”
सिम्प्लीफाइड रिसीवर किया तैयार:
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा सिम्प्लीफाइड रिसीवर तैयार किया है जो ऑप्टिकल एक्सेस नेटवर्क (इंटरनेट यूजर्स को सर्विस प्रोवाइडर्स से कनेक्ट करने के लिए) के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यूसीएल के Polina Bayvel ने कहा, “ऑप्टिकल फाइबर लिंक्स की क्षमता को बढ़ाने के लिए डाटा को अलग-अलग वेवलेंथ (wavelengths) से ट्रांसमिट किया जाता है। हम यूजर्स को एक ही बैंडविडथ शेयर कराने के बजाय हर यूजर को अलग-अलग वेवलेंथ मुहैया कराएंगे।”
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