जियो को टक्कर देने के लिए एयरटेल 2500 रुपये में लॉन्च करेगा 4जी स्मार्टफोन
जियो को टक्कर देने के लिए एयरटेल नया 4जी स्मार्टफोन पेश कर सकता है जिसकी कीमत 2,500 रुपये तक हो सकती है
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल दिवाली पर अपना 4G स्मार्टफोन लेकर आ सकती है। सस्ते स्मार्टफोन का इंतजार कर रहे उपभोक्ताओं के लिए यह अच्छी खबर है। माना जा रहा है की एयरटेल 2,500 रुपये में यह फोन लेकर आ सकती है। रिलायंस जियो को मात देने के लिए फोन के साथ डाटा और वॉयस मिनट बंडल भी पेश किए जाएंगे। एयरटेल का यह सस्ता स्मार्टफोन सितम्बर के अंत या अक्टूबर की शुरुआत में आ सकता है।
क्या होंगे फोन के फीचर्स?
एयरटेल के प्लान्स से अवगत एक सीनियर इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव के अनुसार- एयरटेल की कुछ हैंडसेट निर्माताओं से बातचीत हो रही है। कंपनी एक ऐसा स्मार्टफोन लाने का लक्ष्य रख रही है, जिसकी कीमत 2,500 रुपये के करीब हो। इसी के साथ बड़ी स्क्रीन, बेहतर कैमरा और बैटरी परफॉरमेंस कुछ ऐसे फीचर्स हैं, जो इस स्मार्टफोन में उपलब्ध हो सकते हैं। इसी के साथ कंपनी बातचीत के एडवांस चरण में है।
सूत्रों के अनुसार लावा और कार्बन ने यह कन्फर्म किया है की वो बड़ी मात्रा में 4G स्मार्टफोन बनाने के लिए टेलिकॉम मार्किट लीडर से बातचीत के दौर में हैं। लेकिन कार्बन और लावा के प्रवक्ता ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।
बंडल प्लान्स देंगे एयरटेल को बूस्ट:
साइबरमीडिया रिसर्च के एक वरिष्ठ विश्लेषक के अनुसार- इस तरह के 4G स्मार्टफोन के साथ बंडल प्लान्स उपभोक्ताओं और कंपनी दोनों के लिए बड़ा अंतर लेकर आ सकते हैं। वह भी तब, जब मार्किट में उपलब्ध 4G स्मार्टफोन का औसत बिक्री मूल्य 11,000 रुपये है।
आईडीसी इण्डिया के एक वरिष्ठ विश्लेषक नावकेण्डर सिंह ने कहा की उपभोक्ता को अच्छा अनुभव देने के लिए 2,500 रुपये में 4G स्मार्टफोन लाना भी एक चुनौती ही होगी। अच्छी क्वालिटी, स्क्रीन, बैटरी, और हाई-स्पीड प्रोसेसर 2,500 रुपये की कीमत में देना एक चुनौती है। इसी के साथ कंपनी यह उम्मीद कर रही है, की जो उपभोक्ता अभी फीचर फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो स्मार्टफोन में स्विच करने के लिए 1,000 से 1,500 रुपये और खर्च करें।
समान लक्ष्य विभिन्न स्ट्रेटेजी:
डाटा उपभोक्ताओं की इस वॉर में जियो और एयरटेल दोनों ही कंपनियां अपना फोकस उन 500 मिलियन फीचर फोन यूजर्स पर शिफ्ट कर रही हैं, जो अभी भी वॉयस सेवाओं का प्रयोग करते हैं। जिन लोगों ने फोन किफायती ना होने के कारण या रूचि ना होने के कारण अपग्रेड नहीं किया। फिर भी, दोनों टेलिकॉम कंपनियां अलग-अलग स्ट्रेटेजी पर कार्य कर रही हैं।
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