व्हाट्सएप की पॉलिसी अपने यूजर्स की प्राइवेसी को प्रोटेक्ट करने में सबसे कमजोर: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया कि एप्पल, फेसबुक और गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनियां अपने यूजर्स के पीछे ज्यादा बेहतर काम कर सकती हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। एक डिजिटल राइट्स समूह की नई रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप दुनियाभर में अपने अरब उपयोगकर्ताओं के लिए डिफ़ॉल्ट रूप से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को अपनाने बावजूद, एप की नीतियां सरकार की गोपनीयता की सुरक्षा के लिए बहुत कमजोर हैं। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूजर्स के डाटा को सरकार के साथ शेयरिंग को लेकर व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी काफी कमजोर है। इसके साथ ही फेसबुक, एप्पल और गूगल अपने यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर ज्यादा सतर्क है। इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन (ईएफएफ) ने अपनी ‘Who Has Your Back’ नाम वाली वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि एप्पल, फेसबुक और गूगल जैसी बड़ी टेक कंपनियां अपने यूजर्स के पीछे ज्यादा बेहतर काम कर सकती हैं।
कुछ स्पष्ट नहीं करती वाट्सएप
रिपोर्ट में कहा गया है कि व्हाट्सएप ने कभी इस बात को स्पष्ट किया नहीं किया कि कंपनी यूजर्स के डाटा को तीसरे पार्टी के साथ शेयर करती है या नहीं। साथ ही इस बात का भी जिक्र नहीं किया कि यूजर्स के डाटा का इस्तेमाल सर्विलांस के लिए होता है। इसके अलावा रिपोर्ट में ई-कॉमर्स साइट अमेजन की प्राइवेसी को लेकर भी सवाल खड़ा किया गया है।
एप्पल, फेसबुक और गूगल रहे टॉप पर
ईएफएफ ने 26 कंपनियों पर सार्वजनिक नीतियों का मूल्यांकन किया उनमें से 5 कैटेगरी को स्टार अवार्ड दिया गया। नौ कंपनियों ने 2017 में प्रत्येक श्रेणी में स्टार अवार्ड पाए है जिनमें एडोब, श्रेडो, ड्रॉपबॉक्स, लाइफेट, पिनटेरेस्ट, सोनिक, उबेर, विक्रर, और वर्डप्रेस शामिल है। लेकिन EFF ने अमेजन और व्हाट्सएप को यूजर्स की प्राइवेसी मामले को लेकर सबसे कम रेटिंग दी है। इन दोंनो कंपनियों को EFF ने सिर्फ 2 स्टार की रेटिंग मिली है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट को 4 स्टार की रेटिंग मिली है।
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